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हरियाणा के प्रसिद्ध कवि जिनकी रचनाएँ आज भी लोगों को प्रेरित और प्रभावित करती हैं, पढ़िए

Haryana Ke Prishad Kavi



हरियाणा का साहित्यिक इतिहास बहुत समृद्ध है। यहाँ अनेक प्रसिद्ध कवि हुए हैं, जिन्होंने अपने साहित्य से हरियाणा और देश का नाम रोशन किया है। इनमें से कुछ प्रसिद्ध कवि निम्नलिखित हैं:


सूरदास


सूरदास 16वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध भक्ति कवि थे। उनका जन्म हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सिही गाँव में हुआ था। सूरदास ने कृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए अनेक सुंदर कविताएँ लिखी हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं - सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य लहरी आदि।


पंडित लखमीचंद


पंडित लखमीचंद (1903-1945) हरियाणवी भाषा के एक प्रसिद्ध कवि और लोक कलाकार थे। हरियाणवी रागनी और सांग में उनके उल्लेखनीय योगदान के कारण उन्हें "सूर्य-कवि" कहा जाता है। उन्हें "हरियाणा का शेक्सपियर" भी कहा जाता है। उनके नाम पर साहित्य के क्षेत्र में कई पुरस्कार दिए जाते हैं।



पंडित मांगेराम


पंडित मांगे राम जी का हरियाणा के लोक साहित्य में काफी ऊंचा स्थान है। उन्होंने हरियाणा के लोक जीवन को अपनी रागनी और सांगो के द्वारा बहुत कुछ दिया है। पंडित मांगे राम जी का जन्म 5 अप्रैल,1905 में गांव सिसाणा में हुआ था।


अरुण जेमिनी


अरुण जेमिनी हरियाणा के प्रसिद्ध आधुनिक कवि है। उनका जन्म 1959 में हरियाणा के झज्जर जिले के बादली गाँव में हुआ था। जेमिनी ने अपनी कविताओं में सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विषयों पर विचार व्यक्त किए हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं - फिलहाल इतना ही है, खून बोलता है, हास्य व्यंग की शिखर कविताएं आदि।


गरीबदास


गरीबदास हरियाणा के प्रसिद्ध भक्ति कवि थे। उनका जन्म 1717 में हरियाणा के रोहतक जिले के एक गाँव में हुआ था। गरीबदास ने कृष्ण, राम और रहीम की भक्ति में अनेक सुंदर कविताएँ लिखी हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं - सदग्रंथ साहिब, संत गरीबदास की वाणी, रत्न सागर आदि।


सुरेंद्र शर्मा


सुरेंद्र शर्मा हरियाणा के प्रसिद्ध आधुनिक कवि है। उनका जन्म 1945 में हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के नागल चौधरी गांव में हुआ। शर्मा ने अपनी कविताओं में प्रेम, प्रकृति और सामाजिक विषयों पर विचार व्यक्त किए हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं - मान सरोवर के कुएं, बड़े-बड़ों के उत्तपात, मुझसे भला ना कोए कविताएँ आदि।


दयाचंद मायना


दयाचंद मायना हरियाणा के प्रसिद्ध आधुनिक कवि थे। उनका जन्म 1915 में हरियाणा के रोहतक जिले के एक गाँव मायना में हुआ था। मायना ने अपनी कविताओं में प्रेम, प्रकृति और सामाजिक विषयों पर विचार व्यक्त किए हैं। इन्होंने 21 किस्से और 150 से ज्यादा रागनियां लिखी। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं - महाशय दयाचंद मायना हरियाणवी ग्रंथावली, दयाचंद मायना की चुनिंदा रागिनियाँ आदि।


इन कवियों के अलावा, हरियाणा में कई अन्य प्रसिद्ध कवि हुए हैं, जिनमें शामिल हैं:


  • उदय भानु हंस
  • सनिता जैन
  • वी एम बेचैन
  • संदीप कंवल भुरटाना
  • रिसाल जांगड़ा


इन कवियों ने हरियाणवी साहित्य को समृद्ध और विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी रचनाएँ हरियाणा के लोकजीवन और संस्कृति का जीवंत चित्र प्रस्तुत करती हैं।


इन कवियों की रचनाओं को निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:


  • भक्ति साहित्य
  • लोक साहित्य
  • प्रगतिशील साहित्य
  • आधुनिक साहित्य



हरियाणा के कवियों का योगदान


हरियाणा के कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और संवर्धित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी रचनाएँ हरियाणा के लोकजीवन और संस्कृति का जीवंत चित्र प्रस्तुत करती हैं। ये रचनाएँ हरियाणवी भाषा और साहित्य को समृद्ध करने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।


भक्ति साहित्य


हरियाणा के भक्ति कवियों ने कृष्ण, राम, और अन्य देवी-देवताओं की भक्ति में रचित सुमधुर और भावपूर्ण कविताएँ लिखकर हरियाणा में भक्ति आंदोलन को बढ़ावा दिया। सूरदास, गरीबदास, और अन्य कवियों की रचनाएँ आज भी हरियाणा के लोगों के बीच लोकप्रिय हैं।


लोक साहित्य


हरियाणा के लोक कवियों ने अपनी सरल और सहज भाषा, हास्य और व्यंग्य के माध्यम से लोकजीवन और संस्कृति को अभिव्यक्त किया। पंडित मांगेराम, मेहर सिंह, और अन्य कवियों की रचनाएँ हरियाणा के लोकगीतों और लोककथाओं को संजोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।


प्रगतिशील साहित्य


हरियाणा के प्रगतिशील कवियों ने प्रगतिशील सोच, सामाजिक चेतना, और मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पण के माध्यम से समाज में बदलाव लाने की कोशिश की। सुरेंद्र शर्मा, और अन्य कवियों की रचनाएँ आज भी हरियाणा के लोगों को सामाजिक न्याय और समानता के लिए प्रेरित करती हैं।


आधुनिक साहित्य


हरियाणा के आधुनिक कवियों ने आधुनिक युग की चुनौतियों और समस्याओं के प्रति संवेदनशील रचनाएँ लिखीं। वी एम बेचैन, संदीप कंवल भुरटाना, और अन्य कवियों की रचनाएँ हरियाणा के लोगों को आधुनिक युग में जीने के लिए प्रेरित करती हैं।


हरियाणा के कवि आज भी लोकप्रिय हैं


हरियाणा के कवियों की रचनाएँ आज भी हरियाणा के लोगों के बीच लोकप्रिय हैं। इन रचनाओं को विभिन्न मंचों पर प्रस्तुत किया जाता है, और इन्हें लोकप्रिय संगीतकारों द्वारा संगीतबद्ध किया जाता है। हरियाणा के कवियों की रचनाएँ हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और संवर्धित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।


हरियाणा के इन कवियों ने अपने साहित्य से हरियाणा के साहित्यिक गौरव को बढ़ाया है। उनकी रचनाएँ आज भी लोगों को प्रेरित और प्रभावित करती हैं।

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