बारिश और ओलावृष्टि से हरियाणा में फसलों को भारी नुकसान: ₹40,000 प्रति एकड़ का मुआवजा दे सरकार- सांसद कुमारी शैलजा

Kumari Selja


Haryana News: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने शुक्रवार को कहा कि हरियाणा के कई जिलों में हुई बारिश और भारी ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों और सब्जी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने सरकार से प्रभावित फसलों का विशेष सर्वेक्षण करवाने और किसानों को उचित मुआवजा देने की अपील की, ताकि वे अगली बुवाई की तैयारी कर सकें।

किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले सरकार

कुमारी शैलजा ने कहा कि देश के किसान पहले से ही सरकारी नीतियों के कारण परेशान हैं। इस आपदा ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। सरकार को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए राहत प्रदान करनी चाहिए।

11 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का कहर

बारिश और ओलावृष्टि ने हरियाणा के 11 जिलों - जींद, हिसार, भिवानी, रोहतक, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, पानीपत और सोनीपत में कहर बरपाया। कई इलाकों में बारिश तड़के 3 बजे से ही शुरू हो गई थी।

फतेहाबाद में भारी तबाही

हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी और कैथल जिलों में भारी ओलावृष्टि हुई। फतेहाबाद में ओलावृष्टि इतनी तेज थी कि सड़कों पर मोटी परत जमा हो गई और फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं। बारिश, तेज हवा और ओलावृष्टि ने रबी की फसलों को बुरी तरह प्रभावित किया।

किस फसलों को हुआ नुकसान?

  • सरसों और गेहूं: सबसे ज्यादा प्रभावित।
  • सब्जियां: आलू, मेथी, फूलगोभी और टमाटर की फसलें भी तबाह।
  • चने की फसल: हिसार और भिवानी के कई गांवों में भारी नुकसान।

70 गांवों में सब्जी और सरसों की फसलों को नुकसान

कुमारी शैलजा ने बताया कि हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, जींद और कैथल के लगभग 70 गांवों में सब्जी और सरसों की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। फतेहाबाद के गांवों जैसे - बड़ोपल, मोहम्मदपुर रोही और झुलानिया में ओलावृष्टि ने फसलों को पूरी तरह नष्ट कर दिया।

हिसार के 50 गांवों में भारी नुकसान

हिसार के लगभग 50 गांव ओलावृष्टि से प्रभावित हुए हैं। इनमें आदमपुर (15 गांव), नारनौल (25 गांव) और हांसी (6 गांव) के इलाके शामिल हैं।

किसानों के लिए दोहरी मार

जहां ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हुईं, वहीं गीली मिट्टी ने दोबारा बुवाई को भी असंभव बना दिया है। कुमारी शैलजा ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा ने किसानों को गंभीर संकट में डाल दिया है।

मुआवजे की मांग

कुमारी शैलजा ने कहा कि सरकार को ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों के लिए किसानों को कम से कम ₹40,000 प्रति एकड़ का मुआवजा देना चाहिए। यह राशि किसानों के नुकसान की भरपाई और अगली फसल की तैयारी में मदद करेगी।

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