एनएच-44 से जाने वालों के लिए बड़ी ख़बर, 400 से ज्यादा अवैध कट बंद, 80 नए एंट्री और एग्जिट प्वाइंट बनाए जा रहे
अंबाला: हरियाणा में पानीपत-अंबाला खंड पर सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने अब तक 400 से ज्यादा अवैध कटबंद कर दिए हैं। इन अवैध कट्स को सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है।
अवैध कट्स से बढ़ रही दुर्घटनाएं
NHAI और जिला प्रशासन के लिए ये अवैध कट चिंता का विषय बने हुए थे।
- इन कट्स से मुख्य सड़क पर वाहनों का प्रवेश असुरक्षित था, जिससे कई बार दुर्घटनाएं होती थीं।
- भारी वाहन असमान सतह की वजह से पलट जाते थे, जिससे यातायात बाधित होता था।
- हर सड़क सुरक्षा बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाता रहा है।
कहां से आए अवैध कट्स?
- होटल और ढाबा मालिकों ने अपने ग्राहकों को सीधी पहुंच देने के लिए अवैध कट्स बनाए।
- पेट्रोल पंप संचालकों ने भी आसान एंट्री और एग्जिट के लिए कट्स बनाए।
- ग्रामीणों ने गांव और हाईवे के बीच सीधा रास्ता बनाने के लिए अवैध कट्स तैयार किए।
हालांकि, जब इन कट्स को सीमेंट ब्लॉक्स और फेंसिंग से बंद किया गया, तो कई जगहों पर भारी वाहनों का इस्तेमाल करके ब्लॉक्स हटाए गए और फेंसिंग को नुकसान पहुंचाया गया।
सड़क सुरक्षा के लिए नई पहल
NHAI ने जुलाई 2022 में अवैध कट्स को स्थायी रूप से बंद करने का प्रोजेक्ट शुरू किया। इसके साथ ही, स्थानीय यात्रियों की सुविधा के लिए 80 नए एंट्री और एग्जिट प्वाइंट बनाए जा रहे हैं।
- भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) के मानकों के अनुसार इन प्वाइंट्स पर ट्रांजिशन लेन बनाई जा रही है।
- इनमें से 25 प्वाइंट्स पर निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
थ्राई बीम क्रैश बैरियर्स लगाए जा रहे हैं
अवैध कट्स को बंद करने के लिए अब थ्राई बीम क्रैश बैरियर्स लगाए जा रहे हैं।
- यह उपाय सीमेंट ब्लॉक्स और फेंसिंग से अधिक प्रभावी साबित हो रहा है।
- नियमित गश्त भी की जा रही है, ताकि नए अवैध कट्स न बन सकें।
अवैध कट्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई
एक अधिकारी ने बताया, “सभी निजी संपत्तियों के सामने बने अवैध कट्स को बंद किया जा रहा है। 400 से ज्यादा कट्स अब तक बंद किए जा चुके हैं। यह प्रक्रिया लगातार चल रही है, और नई जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। साथ ही, ऐसे कट्स बनाने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जा रही है।”
सड़क सुरक्षा में बड़ा सुधार
NHAI की इस पहल से दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। नई एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स से यात्रियों को राहत मिलेगी और हाईवे पर ट्रैफिक सुगम और सुरक्षित होगा।