हरियाणा: निकाय चुनाव लेकर राज्य चुनाव आयोग ने दिया बड़ा अपडेट, जानिए कब होंगे चुनाव
पंचकूला: हरियाणा में निकाय चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने 6 जनवरी तक अंतिम मतदाता सूची जारी करने का लक्ष्य तय किया है। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने जिला उपायुक्तों और नगर निगम आयुक्तों को चुनाव तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
6 जनवरी को जारी होगी अंतिम मतदाता सूची
हरियाणा में तीन नगर निगम, तीन नगर परिषद और 21 नगर पालिकाओं में चुनाव होने हैं। इनमें मेयर और नगर परिषद व नगर पालिका के अध्यक्ष का चुनाव डायरेक्ट होगा। चुनाव आयुक्त ने बताया कि 6 दिसंबर को प्रारंभिक मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद 23 दिसंबर तक दावे और आपत्तियां दर्ज कराई जा सकेंगी। 27 दिसंबर तक इन दावों का निपटारा किया जाएगा, और अंतिम मतदाता सूची 6 जनवरी को जारी होगी।
जल्द हो सकती है चुनाव की घोषणा
राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कहा कि अंतिम मतदाता सूची जारी होने के बाद किसी भी समय नगर निकाय चुनाव की घोषणा की जा सकती है। उन्होंने जानकारी दी कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, और मानेसर नगर निगमों में आम चुनाव होंगे। वहीं, सोनीपत और अंबाला नगर निगम के मेयर के उपचुनाव भी कराए जाएंगे क्योंकि इन नगर निगमों के मेयर विधायक बन चुके हैं, जिससे उनके पद खाली हैं।
वार्ड बंदी का काम अभी पेंडिंग
चुनाव आयुक्त ने बताया कि हिसार, करनाल, रोहतक, पानीपत, और यमुनानगर में वार्ड बंदी का काम अभी बाकी है। इन जिलों को लेकर फैसला बाद में लिया जाएगा। वहीं, थानेसर नगर परिषद में भी वार्ड बंदी का काम पेंडिंग है।
नगर पालिकाओं में होंगे चुनाव
राज्य के विभिन्न नगर पालिकाओं में चुनाव होंगे, जिनमें बराड़ा, बवानी खेड़ा, लोहारू, सिवानी, फारुखनगर, जाखल मंडी, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, पुंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कनीना, तावडू, हथनी, कलानौर, खरखोदा, और रादौर शामिल हैं।
निकाय चुनाव पर हाईकोर्ट का आदेश
पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने निकाय चुनाव को लेकर दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को दो महीने के भीतर चुनाव कराने का आदेश दिया है। राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद जल्द ही निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी।
हरियाणा में निकाय चुनाव की तैयारियां पूरी रफ्तार से चल रही हैं। हाई कोर्ट के निर्देश के तहत चुनाव तय समय सीमा के भीतर कराए जाएंगे। अब जनता को 6 जनवरी के बाद चुनाव की तारीखों का इंतजार रहेगा।