हरियाणा में निकाय चुनाव को लेकर बड़ी अपडेट, इस दिन होगा चुनाव का ऐलान, पढ़ें पूरी जानकारी

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हरियाणा के राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने प्रदेश में निकाय चुनावों की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जनवरी के पहले सप्ताह में मतदाता सूचियों को अंतिम रूप देने के बाद जनवरी के दूसरे सप्ताह में निकाय चुनाव की घोषणा की जा सकती है। इसके बाद, फरवरी के पहले सप्ताह के अंत तक चुनाव प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है। राज्य चुनाव आयोग ने सभी जिलों के उपायुक्तों (डीसी), निगम कमिश्नरों और अन्य संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

17 दिसंबर को जारी होगा मतदाता सूची का प्रारंभिक ड्राफ्ट

राज्य चुनाव आयुक्त ने जानकारी दी कि 16 दिसंबर तक पूर्व में प्रकाशित अंतिम मतदाता सूचियों का वितरण किया जाएगा, जो लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए तैयार की गई थीं। 17 दिसंबर को इन सूचियों का प्रारंभिक ड्राफ्ट निकाय स्तर पर सभी बूथों पर रखा जाएगा। इस ड्राफ्ट के माध्यम से मतदाता अपने नाम, पता और फोटो जैसी जानकारी की पुष्टि कर सकेंगे।

23 दिसंबर तक मतदाता सूची में संशोधन, नए वोट जुड़वाने या कटवाने के लिए आवेदन किए जा सकेंगे। 27 दिसंबर तक इन सभी दावों और आपत्तियों का निपटारा कर दिया जाएगा। अगर किसी को निर्णय पर आपत्ति हो, तो वह 31 दिसंबर तक उपायुक्त के पास अपील कर सकता है, जिसका निवारण 3 जनवरी 2025 तक कर दिया जाएगा। अंततः 6 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।

34 में से 27 निकायों में होंगे चुनाव

हरियाणा में 34 निकायों में से 27 में इस बार चुनाव होंगे। इनमें तीन नगर निगम, तीन नगर परिषद और 21 नगर पालिकाएं शामिल हैं।

  • नगर निगम: मानेसर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में चुनाव होंगे।
  • नगर परिषद: सिरसा, अंबाला सदर और पटौदी-जाटौली मंडी में चुनाव करवाए जाएंगे।
  • नगर पालिका: 21 नगर पालिकाओं में से अंबाला की बराड़ा, भिवानी की लोहारू और सिवानी, फतेहाबाद की जाखल मंडी, गुरुग्राम में फरुखनगर, हिसार में नारनौंद, और झज्जर की बेरी सहित कई अन्य जगहों पर चुनाव होंगे।

कालांवाली नगर पालिका में कोर्ट केस लंबित होने के कारण इस बार चुनाव नहीं होंगे।

हरियाणा पुलिस संभालेगी सुरक्षा

निकाय चुनावों के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी हरियाणा पुलिस को सौंपी जाएगी। राज्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि स्थानीय चुनावों में लोग सौहार्द और भाईचारे का माहौल बनाए रखते हैं। इसलिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की आवश्यकता नहीं होगी।

इस निर्णय और तैयारियों से साफ है कि हरियाणा सरकार निकाय चुनाव को सुचारू और पारदर्शी तरीके से संपन्न करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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