अभय सिंह चौटाला ने किया 'एक देश, एक चुनाव' का समर्थन, लेकिन मोदी सरकार से कर दी ये बड़ी मांग
चंडीगढ़: हरियाणा में इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने ‘एक देश, एक चुनाव’ के विचार का समर्थन किया है।
उन्होंने इसे एक अच्छा कदम बताते हुए कहा कि इससे प्रशासनिक और आर्थिक संसाधनों की बचत होगी। हालांकि, उन्होंने यह मांग की कि चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की बजाय बैलेट पेपर से कराए जाएं ताकि पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके।
चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की जरूरत
अभय सिंह चौटाला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एक साथ चुनाव कराने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन इसके लिए मतदान की प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए। उन्होंने कहा,
"आज के समय में ईवीएम पर भरोसा कम हो रहा है। बार-बार इसके परिणामों पर सवाल उठाए जाते हैं। बैलेट पेपर से मतदान करना पुराने लेकिन भरोसेमंद तरीकों में से एक है। इससे जनता के मन में विश्वास बढ़ेगा और चुनावी प्रक्रिया पर कोई सवाल नहीं उठेगा।"
एक साथ चुनाव के फायदे
अभय चौटाला ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से देश में विकास कार्य बाधित होते हैं। आचार संहिता लागू होने के कारण सरकारें अपने कार्य पूरे नहीं कर पातीं। ‘एक देश, एक चुनाव’ की नीति से न केवल चुनावी खर्चों में कटौती होगी, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था भी सुचारू होगी।
उन्होंने कहा, "एक साथ चुनाव से केंद्र और राज्य सरकारें अपने कार्यकाल का पूरा लाभ उठा सकेंगी। इससे विकास कार्यों में तेजी आएगी और जनता को बार-बार चुनाव की प्रक्रिया में शामिल नहीं होना पड़ेगा।"