भारत की एकमात्र ट्रेन जिसमें सफर करने के लिए नहीं लगती किसी भी टिकट, सभी के लिए पूरी तरह मुफ्त है यात्रा, जानें
Indian Railway: भारत में हर दिन 13,000 से अधिक ट्रेनें पटरियों पर दौड़ती हैं और यात्रियों को न्यूनतम खर्च पर उनके गंतव्य तक पहुंचाती हैं। हालांकि, भारत में एक ऐसी ट्रेन भी है जो पिछले 75 वर्षों से अपने यात्रियों को मुफ्त सेवा प्रदान कर रही है। इस ट्रेन में सफर करने के लिए किसी टिकट की आवश्यकता नहीं होती।
आमतौर पर ट्रेन यात्रा के लिए आपको भारतीय रेलवे से ऑनलाइन या ऑफलाइन टिकट खरीदना पड़ता है। यदि कोई यात्री बिना टिकट यात्रा करता हुआ पकड़ा जाता है, तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है। लेकिन इस खास ट्रेन में टिकट खरीदने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
भाखड़ा-नांगल रेल सेवा: इतिहास
भाखड़ा-नांगल रेल सेवा की स्थापना 1948 में हुई थी, जब भाखड़ा-नांगल बांध के निर्माण के दौरान नांगल और भाखड़ा के बीच यात्रा के लिए कोई अन्य साधन उपलब्ध नहीं था। भारी मशीनरी और लोगों के परिवहन को आसान बनाने के लिए इस रेल सेवा की शुरुआत की गई। ध्यान देने वाली बात यह है कि यह ट्रेन भारतीय रेलवे द्वारा संचालित नहीं होती।
भाखड़ा-नांगल रेल सेवा: शेड्यूल और मार्ग
शुरुआत में इस रेल सेवा को स्टीम इंजन से संचालित किया जाता था। लेकिन 1953 में अमेरिका से तीन आधुनिक इंजन लाए गए, जिससे इसे और आधुनिक बनाया गया। यह ट्रेन हर दिन सुबह 7:05 बजे नांगल रेलवे स्टेशन से चलकर 8:20 बजे भाखड़ा पहुंचती है। वापसी यात्रा में यह ट्रेन दोपहर 3:05 बजे नांगल से चलती है और 4:20 बजे भाखड़ा रेलवे स्टेशन पर पहुंचती है।
भाखड़ा-नांगल रेल सेवा: 75 वर्षों का सफर
भाखड़ा-नांगल रेल सेवा पिछले 75 वर्षों से यात्रियों को बिना किसी रुकावट के सेवा दे रही है। यह ट्रेन अपने 30 मिनट के सफर में 27.3 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इस दौरान यह ट्रेन खूबसूरत शिवालिक पहाड़ियों, दो घोड़े की नाल के आकार की सुरंगों और 158.5 मीटर ऊंचे रेल-कम-रोड पुल से होकर गुजरती है।
पिछले 75 वर्षों में, इस ट्रेन ने न केवल पुरुषों और महिलाओं को, बल्कि उनकी बकरियों और अन्य सामान को भी उनके गंतव्य तक समय पर पहुंचाया है। यह ट्रेन उन लोगों के लिए खास जगह रखती है जो इसे अपने दैनिक सफर के लिए इस्तेमाल करते रहे हैं।
भाखड़ा-नांगल रेल सेवा न केवल एक ट्रांसपोर्ट सिस्टम है, बल्कि इसने हजारों परिवारों की जिंदगी का हिस्सा बनकर उनकी यादों में अपनी खास जगह बनाई है।