Haryana winter vacation 2024: हरियाणा में 1 जनवरी से शीतकालीन अवकाश, इस बार छात्रों को छुट्टियों में करना होगा ये काम
Haryana winter vacation 2024: हरियाणा में 1 जनवरी से शीतकालीन अवकाश की शुरुआत हो रही है। इस बार शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों के लिए खास प्रकार का होमवर्क तैयार किया है, जो पारंपरिक लिखने और रटने की बजाय अनुभव आधारित पढ़ाई पर केंद्रित रहेगा। यह होमवर्क बच्चों को उनकी पारिवारिक जड़ों, खान-पान, पहनावे और जीवनशैली के बारे में जानने का मौका देगा।
अनुभव आधारित शिक्षा का उद्देश्य
छात्रों को पारिवारिक पृष्ठभूमि से जोड़ने और तकनीकी उपकरणों जैसे मोबाइल और टीवी से दूर रखने के लिए उन्हें घरेलू कार्यों में शामिल किया जाएगा। इस प्रक्रिया में बच्चों के मेंटर की भूमिका उनके दादा-दादी, नाना-नानी और परिवार के अन्य बड़े सदस्य निभाएंगे।
अधिकारियों के अनुसार, यह पहल बच्चों के कौशल में वृद्धि करेगी, उनके सोचने-समझने की क्षमता को बेहतर बनाएगी और उन्हें जीवनशैली से जोड़ने का माध्यम बनेगी।
पीटीएम में अभिभावकों को दी जाएगी जानकारी
शनिवार को स्कूलों में अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) आयोजित की जाएगी। इसमें शीतकालीन अवकाश के दौरान दिए जाने वाले होमवर्क और शेड्यूल के बारे में अभिभावकों को जानकारी दी जाएगी।
इस दौरान बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए कई खेलकूद गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा, जिनमें मटका दौड़, नींबू दौड़, म्यूजिकल चेयर और रस्साकशी शामिल हैं।
अभिभावकों की जिम्मेदारियां
शिक्षा विभाग ने शीतकालीन अवकाश के दौरान बच्चों के समग्र विकास के लिए अभिभावकों को कुछ अहम जिम्मेदारियां सौंपी हैं:
- टीवी का समय सीमित करें: शाम 8 बजे के बाद टीवी बंद रखें।
- पढ़ाई पर फोकस: बच्चों की स्कूल डायरी की समीक्षा करें और कमजोर विषयों पर ध्यान दें।
- सुबह उठने की आदत: बच्चों को समय पर उठने के लिए प्रेरित करें।
- शिक्षाप्रद कहानियां: सोने से पहले बच्चों को शिक्षाप्रद कहानियां सुनाएं।
- घरेलू कार्यों में भागीदारी: बच्चों को खाना बनाने, सफाई जैसे कामों में मदद के लिए शामिल करें।
आईटीआई में समय बदलने का ऐलान
ठंड और कोहरे को ध्यान में रखते हुए, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में कक्षाओं का समय बदल दिया गया है। अब कक्षाएं सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेंगी। यह व्यवस्था 1 से 31 जनवरी तक प्रभावी रहेगी।
शीतकालीन अवकाश: नई शिक्षा और अनुभव का अवसर
शीतकालीन अवकाश बच्चों के लिए पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने और ज्ञान की नई दिशा खोजने का एक सुनहरा अवसर होगा। इस पहल से बच्चों में न केवल पारंपरिक कौशल विकसित होगा, बल्कि उन्हें अपने जीवन के अनुभवों से भी सीखने का मौका मिलेगा।