Haryana Weather Alert: हरियाणा में भी कहर बरपाएगा मौसम, इन 5 जिलों में ओलो का अलर्ट जारी
Haryana Weather Alert: हरियाणा में लगातार दूसरे दिन भी बारिश का दौर जारी रहा। शुक्रवार सुबह पानीपत समेत कई इलाकों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर में हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। वहीं, 19 जिलों में कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया गया है, जिनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी और चरखी दादरी शामिल हैं। इन जिलों में शीतलहर चलने की भी संभावना है।
सोनीपत में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज
शुक्रवार को सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत में 29 मिमी दर्ज की गई। फतेहाबाद के झलानिया जाने वाली सड़क पर भारी ओलावृष्टि हुई, जहां राहगीरों ने सड़क पर गिरे ओलों को उठाते हुए देखा गया।
फसलों को कीटों से खतरा, कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लें
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि मौसम विभाग के प्रमुख डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि बारिश के बाद फसलों में नमी बढ़ने से कीटों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि फसलों की नियमित निगरानी करें और दवा का छिड़काव कृषि वैज्ञानिकों की सलाह पर ही करें।
ठंड और कोहरा बढ़ने की संभावना
डॉ. खीचड़ ने बताया कि आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी। 29 दिसंबर से हवा की दिशा बदलकर उत्तर-पश्चिम हो जाएगी, जिससे पहाड़ों की ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में प्रवेश करेंगी। इससे दिन और रात दोनों का तापमान गिरेगा। साथ ही, कोहरा भी गहराएगा, जिससे सुबह के समय यातायात में बाधा आ सकती है। प्रशासन ने वाहन चालकों को सतर्कता बरतने की अपील की है।
ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
27 दिसंबर को हिसार, सिरसा, भिवानी, फतेहाबाद और कैथल के कई गांवों में ओलावृष्टि हुई। इससे गेहूं, सरसों, चने और सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। अखिल भारतीय किसान सभा के हिसार जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने बताया कि जहां-जहां ओले गिरे, वहां फसलें पूरी तरह खराब हो गई हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रभावित किसानों को 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।
स्कूल में पानी भरने से बच्चों ने दीवार फांदी
भिवानी के बवानी खेड़ा स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल में शुक्रवार को बारिश के कारण गली में पानी भर गया। पानी निकलने का रास्ता न होने के कारण बच्चों को मजबूर होकर स्कूल की दीवार फांदकर घर जाना पड़ा।
दिसंबर में बारिश सामान्य से अधिक, लेकिन अब भी औसत से कम
27 दिसंबर को प्रदेश में औसतन 3.7 मिमी बारिश हुई, जिससे दिसंबर में अब तक कुल 6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 34% अधिक है। हालांकि, 1 अक्टूबर से 27 दिसंबर तक केवल 6.5 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 17.7 मिमी के मुकाबले 63% कम है। कुल मिलाकर, नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के साथ होगी।