हरियाणा के खिलाड़ियों ने सरित सरक नेशनल गेम्स में जीते पांच पदक, प्रदेश का नाम किया रोशन
चंडीगढ़: महाराष्ट्र के सोलापुर में स्थित राजीव गांधी स्टेडियम में सरित सरक फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रथम मार्शल आर्ट खेल प्रतियोगिता में हरियाणा के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कुल पांच पदक जीतकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया। बुधवार को प्रतियोगिता से लौटने के बाद कलानौर में खिलाड़ियों और कोच का भव्य स्वागत किया गया।
हरियाणा के खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन
हरियाणा टीम के चीफ कोच मुकेश प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता में हरियाणा के खिलाड़ियों ने अलग-अलग वर्गों में शानदार प्रदर्शन किया।
- हरि कृष्ण (पिलाना): स्वर्ण पदक
- रोहित मोखरा: रजत पदक
- विकास (दादरी): रजत पदक
- दीपक परमार (पिलाना): कांस्य पदक
- सोहन (दादरी): कांस्य पदक
प्रजापति ने कहा कि इन युवा खिलाड़ियों ने न केवल अपनी मेहनत और लगन का परिचय दिया, बल्कि पूरे हरियाणा प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
कलानौर में हुआ भव्य स्वागत
प्रतियोगिता से लौटने के बाद कलानौर के प्रजापति धर्मशाला में खिलाड़ियों और कोच का जोरदार स्वागत किया गया। स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने फूल मालाओं और गाजे-बाजे के साथ खिलाड़ियों और कोच का अभिनंदन किया। कार्यक्रम में खिलाड़ियों के परिजनों और स्थानीय लोगों की भी बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथियों ने खिलाड़ियों की मेहनत और सफलता की सराहना की। स्वागत समारोह में रमेश चेची, गुलाब सिंह, संदीप गुढ़ान, राकेश पांचाल, मुकेश, रेखा प्रजापति, रामकली चौहान, रजनी, सोनू निंदानीय, सुनील, प्रतुल आनंद, मुकेश चौहान, और सत्यवान गुढ़ानजैसे प्रमुख व्यक्तियों ने खिलाड़ियों को बधाई दी।
गणमान्य व्यक्तियों ने खिलाड़ियों को आगे भी इसी तरह मेहनत कर राज्य और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया।
कोच की मेहनत ने दिलाया मुकाम
टीम कोच राहुल शर्मा और चीफ कोच मुकेश प्रजापति ने बताया कि खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता से पहले कठिन अभ्यास किया। उन्होंने कहा कि इन पदकों के पीछे खिलाड़ियों की अनुशासन, दृढ़ निश्चय और मेहनत के साथ-साथ उनके मार्गदर्शन का भी बड़ा योगदान है।
खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने की अपील
समारोह में स्थानीय प्रशासन और गणमान्य व्यक्तियों ने प्रदेश सरकार से अपील की कि इन खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने और मार्शल आर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने में मददगार साबित होते हैं।