Haryana Pension Scheme: हरियाणा सरकार का पेंशनरों पर सख्त कदम: पेंशन फंड रिकवरी के आदेश जारी
Haryana Pension: हरियाणा सरकार ने पेंशनरों को बड़ा झटका देते हुए 10 साल पहले रिटायर हुए कर्मचारियों से पेंशन फंड के लिए एडवांस ली गई राशि की वसूली के आदेश दिए हैं। यह रिकवरी किस्तों में की जाएगी और इसकी शुरुआत जून 2024 से हो चुकी है। जनवरी 2025 से पेंशनरों को उनकी पेंशन में कटौती के साथ भुगतान किया जाएगा।
पेंशन फंड रिकवरी के आदेश
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इस निर्णय के संबंध में प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल और राज्य सरकार के ट्रेजरी एवं लेखा विभाग के महानिदेशक को आधिकारिक सूचना जारी कर दी है।
- आदेशों के अनुसार, पेंशन वितरित करने वाले बैंकों को पेंशन की कम्यूटेड वैल्यू की वसूली पुनः शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
- हाईकोर्ट के पूर्व आदेश के तहत यह कटौती पहले रोकी गई थी, लेकिन अब इसे पुनः शुरू किया जा रहा है।
कम्यूटेड वैल्यू और रिकवरी का तंत्र
फंड का प्रावधान:
- सरकारी कर्मचारियों की नौकरी के दौरान दो तरह के फंड काटे जाते हैं:
- ईपीएफ (Employee Provident Fund): जिसे कर्मचारी रिटायर होने पर पूरी तरह निकाल सकते हैं।
- पेंशन फंड: जिसमें से कर्मचारी आवश्यकता अनुसार कुछ रकम एडवांस निकाल सकते हैं, जिसे कम्यूटेड वैल्यू कहते हैं।
- सरकारी कर्मचारियों की नौकरी के दौरान दो तरह के फंड काटे जाते हैं:
रिकवरी की प्रक्रिया:
- रिटायरमेंट के समय एडवांस ली गई कम्यूटेड वैल्यू की भरपाई के लिए सरकार पेंशन में कटौती करती है।
- इस कटौती का उद्देश्य एडवांस राशि को ब्याज समेत सरकारी खजाने में जमा करना है।
हरियाणा का मामला:
- हरियाणा में रिटायरमेंट के बाद कई कर्मचारियों ने एडवांस रकम ली, लेकिन उनकी पेंशन में कटौती नहीं की गई।
- कर्मचारी पेंशन का पूरा लाभ उठाते रहे, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ।
- अब सरकार ने इन पेंशनरों से वसूली के लिए हर महीने मोटी किश्त काटने का निर्णय लिया है।
जनवरी 2025 में कम पेंशन मिलने की संभावना
पेंशन फंड रिकवरी के कारण जनवरी 2025 से प्रभावित पेंशनरों को उनकी मासिक पेंशन में कटौती का सामना करना पड़ेगा। यह कटौती अगले कुछ वर्षों तक जारी रह सकती है, जब तक कि एडवांस ली गई राशि की पूरी भरपाई न हो जाए।
सरकार का पक्ष
सरकार का तर्क है कि एडवांस ली गई कम्यूटेड वैल्यू की समय पर रिकवरी न होने से सरकारी खजाने को नुकसान हुआ है। अब इस गलती को सुधारने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
पेंशनरों के लिए असर और प्रतिक्रिया
- इस निर्णय से प्रभावित पेंशनरों को वित्तीय बोझ का सामना करना पड़ेगा।
- कई पेंशनरों ने इस कदम की आलोचना की है और इसे अनुचित बताया है, क्योंकि यह निर्णय कई वर्षों बाद लागू किया जा रहा है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- यह कटौती केवल उन पेंशनरों पर लागू होगी जिन्होंने रिटायरमेंट के समय एडवांस राशि ली थी और पेंशन की पूरी रकम प्राप्त करते रहे।
- जिन पेंशनरों ने एडवांस राशि नहीं ली है, उनकी पेंशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
पेंशनरों को सलाह दी जाती है कि वे इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए अपने संबंधित बैंक या ट्रेजरी कार्यालय से संपर्क करें।