हरियाणा निकाय चुनाव को लेकर बड़ा अपडेट: कांग्रेस की मांग खारिज, ईवीएम पर कांग्रेस और चुनाव आयोग आमने-सामने
Haryana Nikay Chunav: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद अब शहरी निकाय चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। शहरी निकायों में आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद राज्य चुनाव आयोग पहले चरण के तहत 27 शहरी निकायों में चुनाव कराने को तैयार है। वहीं, सात अन्य निकायों में दूसरे चरण में चुनाव होंगे।
ईवीएम पर कांग्रेस की नाराजगी
हरियाणा कांग्रेस ने एक बार फिर ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को लेकर सवाल उठाए हैं। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने हाल ही में बयान दिया कि पार्टी को ईवीएम पर भरोसा नहीं है। उन्होंने मांग की थी कि शहरी निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएं। कांग्रेस का कहना है कि ईवीएम के जरिए चुनाव में पारदर्शिता पर सवाल खड़े होते हैं, और बैलेट पेपर से चुनाव कराना अधिक विश्वसनीय तरीका है।
राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का बयान
कांग्रेस की इस मांग पर राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें किसी भी राजनीतिक दल या आम जनता की ओर से शहरी निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराने की कोई औपचारिक मांग नहीं मिली है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हरियाणा में शहरी निकाय चुनाव ईवीएम से ही कराए जाएंगे।
धनपत सिंह ने जानकारी दी कि राज्य को एम-2 ईवीएम मिली हैं, जिनका इस्तेमाल पहले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में किया गया था। उन्होंने यह भी साफ किया कि ईवीएम में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की संभावना नहीं है और ये पूरी तरह सुरक्षित हैं। कांग्रेस की आपत्ति को खारिज करते हुए उन्होंने दोहराया कि चुनाव आयोग ईवीएम का उपयोग जारी रखेगा।
निकाय चुनाव पर नजर
निकाय चुनावों को लेकर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। राज्य चुनाव आयोग की तैयारी पूरी हो चुकी है, और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने का आश्वासन दिया गया है।
हरियाणा में शहरी निकाय चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस और चुनाव आयोग के बीच ईवीएम पर खींचतान के बावजूद, चुनाव आयोग ने ईवीएम से ही चुनाव कराने का फैसला सुनाया है। अब देखना होगा कि इन चुनावों में जनता का रुख क्या रहता है।