कांग्रेस ने अदानी, मणिपुर और किसानों के मुद्दों पर किया राजभवन मार्च, हुड्डा और उदयभान ने उठाए गंभीर सवाल

Bhupinder Singh Hooda


चंडीगढ़: कांग्रेस पार्टी ने उद्योगपति गौतम अदानी के भ्रष्टाचार पर अमेरिका में हुए खुलासे और मणिपुर में जारी हिंसा के मुद्दे पर राजभवन मार्च का आयोजन किया। कांग्रेस नेता, विधायक और कार्यकर्ताओं की एक बड़ी तादाद ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। मार्च का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने किया। इसके अलावा, पार्टी के सहप्रभारी जितेंद्र बघेल, कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज और अन्य वरिष्ठ नेता भी इस मौके पर मौजूद थे।

प्रदर्शनकारियों ने राजभवन की ओर मार्च किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और बैरिकेडिंग पर प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान, कांग्रेस नेताओं ने अदानी के भ्रष्टाचार, मणिपुर में शांति बहाली और किसानों के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ तीखे बयान दिए।

अदानी के भ्रष्टाचार पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

चौधरी उदयभान ने अदानी के भ्रष्टाचार की जांच की मांग करते हुए कहा, “बीजेपी सरकार अदानी के भ्रष्टाचार के मामले में पूरी तरह से बचने की कोशिश कर रही है। सरकार ने इस मामले में न तो संसद में चर्चा होने दी और न ही कोई जांच शुरू की है। हम यह सवाल उठाते हैं कि सरकार क्यों अदानी के खिलाफ जांच करने से बच रही है। यह हमारे लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।”

मणिपुर में हिंसा पर कांग्रेस की चिंता

कांग्रेस ने मणिपुर में जारी हिंसा पर भी गहरी चिंता जताई। पार्टी के नेताओं ने मणिपुर में शांति बहाली के लिए सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। हुड्डा और उदयभान ने इस मामले में सरकार की लापरवाही को लेकर कड़े शब्दों में आलोचना की। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा को बढ़ावा देने वाली सरकार की नीतियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरा

कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे पर भी बीजेपी सरकार को घेरा। हुड्डा ने कहा, “किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 22 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं और उनकी हालत बहुत गंभीर हो गई है। उनका जीवन सभी के लिए अनमोल है, इसलिए सरकार को उनकी मांगों का समाधान तुरंत करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी को किसानों के साथ जल्द से जल्द बातचीत करके इस मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए, क्योंकि यह देश के अन्नदाता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

हुड्डा ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी सड़कों से लेकर संसद तक किसानों की मांगों को उठा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कानून बनाने का वादा किया था, लेकिन आज तक एमएसपी की कमेटी का गठन नहीं हुआ है। साथ ही, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों के आय दोगुना करने के वादे को तोड़ दिया है और इसके बजाय उनकी लागत बढ़ गई है।

कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनका आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण था और इसके बावजूद सरकार ने किसानों को दिल्ली जाने से रोका, जो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक कदम था। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में हर नागरिक को अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने का हक है, चाहे वह किसी भी मुद्दे पर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहा हो।

कांग्रेस के नेताओं की मौजूदगी

इस प्रदर्शन में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, चौधरी उदयभान, धर्मपाल मलिक, बीबी बतरा, गीता भुक्कल, शकुन्तला खटक, कुलदीप वत्स, रामकरण काला, देवेंद्र हंस, इन्दुराज नरवाल, रघुबीर तेवतिया, मोहम्मद इसराइल, चंद्र प्रकाश जांगड़ा, जस्सी पेटवाड, बलवान दौलतपुरिया, अकरम ख़ान, राजबीर फ़र्टिया, विकास सहारण, शीशपाल केहरवाल, बलराम दाँगी, भरत सिंह बेनीवाल, मंजु चौधरी, नरेश शेलवाल, सुल्तान जड़ौला, लहरी सिंह, धर्मपाल गोन्धर, सुखबीर फ़रमाना, चाँदवीर हुड्डा, दिव्यांशु बुद्धिराजा, केवल ढींगरा, सुधा भारद्वाज समेत सैकड़ों कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।

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