Gulzaar Chaniwala Biography: हरियाणा के सुपरहिट सिंगर और रैपर गुलज़ार छानिवाला की कहानी
Gulzaar Chaniwala Biography In Hindi: गुलज़ार छानिवाला हरियाणा के प्रसिद्ध सिंगर, रैपर और म्यूजिक डायरेक्टर हैं, जिन्होंने अपनी अनूठी गायकी और हरियाणवी म्यूजिक को नए स्तर पर पहुंचाया है। उनकी खास शैली और बोलचाल की भाषा में लिखे गानों ने उन्हें युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है। उनका असली नाम आशीष शर्मा है, लेकिन म्यूजिक इंडस्ट्री में वे अपने स्टेज नाम गुलज़ार छानिवाला के नाम से जाने जाते हैं। आइए उनकी जिंदगी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
जन्म और प्रारंभिक जीवन
- पूरा नाम: आशीष शर्मा
- जन्म: 12 सितंबर 1997
- जन्मस्थान: भिवानी, हरियाणा
- शिक्षा:
गुलज़ार छानिवाला ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हरियाणा के स्कूलों से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की, लेकिन बचपन से ही उनका रुझान संगीत और म्यूजिक कंपोजिशन की तरफ था।
गुलज़ार का बचपन आम बच्चों जैसा था, लेकिन उनके परिवार में कला और संगीत का माहौल नहीं था। उन्होंने अपनी मेहनत और जुनून के बल पर म्यूजिक की दुनिया में अपनी पहचान बनाई।
म्यूजिक करियर की शुरुआत
गुलज़ार छानिवाला ने म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम एक संघर्षशील कलाकार के रूप में रखा।
- उन्होंने 2018 में हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में प्रवेश किया।
- गुलज़ार का पहला गाना ‘चार कड़े’ पंजाबी था।
- उनका पहला हरयाणवी गाना “फाड़-फाड़” सुपरहिट साबित हुआ।
- इस गाने ने उन्हें हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री का उभरता हुआ सितारा बना दिया।
गाने की विशेषता
गुलज़ार के गाने बोलचाल की भाषा में लिखे जाते हैं और वे ग्रामीण हरियाणवी संस्कृति को सटीकता से पेश करते हैं। उनके गाने में लोक धुन, रैप और मॉडर्न बीट्स का बेहतरीन मिश्रण होता है।
प्रमुख गाने और उनकी सफलता
गुलज़ार छानिवाला के गाने न केवल हरियाणा बल्कि पूरे भारत में मशहूर हुए हैं। उनके गानों के यूट्यूब पर करोड़ों व्यूज होते हैं।
- फिल्टर शॉट (2018)
- यह गाना उनका डेब्यू था और इसे तुरंत ही सफलता मिली।
- जुग जुग जीओ
- इस गाने ने उन्हें एक मजबूत पहचान दी।
- रांडा पार्टी
- गुलज़ार ने इस गाने में कुंवारों का दुख बयां किया था।
- दादा पोटा
- पारिवारिक भावनाओं को खूबसूरती से प्रस्तुत करता है।
- यमराज
- यह गाना युवाओं के बीच बेहद पसंद किया गया।
गुलज़ार का नाम 'छानिवाला' क्यों पड़ा?
गुलज़ार ने अपने नाम के साथ "छानिवाला" जोड़ा, जो उनके गांव छानी, भिवानी (हरियाणा) का नाम है। यह उनके गांव और जड़ों के प्रति प्रेम को दर्शाता है।
शैली और विशिष्टता
गुलज़ार छानिवाला की गायकी की शैली उन्हें बाकी सिंगर्स से अलग बनाती है।
- लोकप्रिय शैली:
- रैप म्यूजिक
- हरियाणवी लोकगीत
- गायकी की विशेषताएं:
- देसी अंदाज
- बोलचाल की भाषा का उपयोग
- सामाजिक मुद्दों और ग्रामीण जीवन को दर्शाने वाले गाने
पारिवारिक जीवन
गुलज़ार छानिवाला ने अपने पारिवारिक जीवन को मीडिया से दूर रखा है। हालांकि, वे अपने माता-पिता का बहुत सम्मान करते हैं और अपनी सफलता का श्रेय उन्हें देते हैं।
पुरस्कार और उपलब्धियां
- यूट्यूब पर सफलता:
उनके गानों को यूट्यूब पर करोड़ों व्यूज मिले हैं। - सोशल मीडिया पॉपुलैरिटी:
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर लाखों फॉलोअर्स। - लोकप्रियता:
हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में उनकी गिनती टॉप कलाकारों में होती है।
गुलज़ार छानिवाला का प्रभाव
गुलज़ार छानिवाला ने हरियाणवी म्यूजिक को देशभर में पहचान दिलाई है। उनके गाने न केवल मनोरंजन करते हैं, बल्कि समाज के मुद्दों पर भी ध्यान आकर्षित करते हैं। वे हरियाणा के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं।
गुलज़ार छानिवाला ने अपनी मेहनत, जुनून और अनूठी शैली के दम पर हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी खास जगह बनाई है। वे न केवल एक सफल सिंगर और रैपर हैं, बल्कि हरियाणा की संस्कृति और कला को देशभर में पहचान दिलाने वाले कलाकार भी हैं।
FAQs
- गुलज़ार छानिवाला का असली नाम क्या है?
आशीष शर्मा। - गुलज़ार छानिवाला का पहला गाना कौन सा था?
“फाड़-फाड़”। - गुलज़ार ने 'छानिवाला' नाम क्यों रखा?
यह उनके गांव "छानी" (भिवानी, हरियाणा) का नाम है। - गुलज़ार छानिवाला की सबसे प्रसिद्ध शैली क्या है?
हरियाणवी रैप और लोक संगीत का मिश्रण। - गुलज़ार छानिवाला ने हरियाणा म्यूजिक इंडस्ट्री में कब डेब्यू किया?
2018 में।