हरियाणा में अग्निवीरों को बड़ी राहत देने की तैयारी: ग्रुप C भर्ती में CET की अनिवार्यता खत्म होगी, जल्द होगा फैसला


चंडीगढ़: हरियाणा सरकार अग्निवीरों को एक और बड़ी राहत देने की योजना बना रही है। सरकार ग्रुप C पदों की भर्ती में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) की अनिवार्यता खत्म करने पर विचार कर रही है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने भी इस विषय में प्रस्ताव दिया है। अगर सरकार इस फैसले को लागू करती है, तो ग्रुप C पदों के लिए अग्निवीरों को CET पास करने की आवश्यकता नहीं होगी।

सरकार ने पहले भी अग्निवीरों को कई लाभ दिए हैं। उदाहरण के लिए, राज्य पुलिस और माइनिंग गार्ड की भर्ती में 10% आरक्षण का प्रावधान किया गया है।


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ग्रुप C भर्ती में 5% आरक्षण और आयु सीमा में छूट

हरियाणा सरकार ने ग्रुप C की भर्तियों में अग्निवीरों को 5% आरक्षण देने की घोषणा की है। इसके अलावा, ऊपरी आयु सीमा में तीन साल की अतिरिक्त छूट भी प्रदान की जा रही है। यह विशेष रूप से उन अग्निवीरों के लिए फायदेमंद होगा, जो चार साल की सेवा के बाद अन्य नौकरियों के लिए आवेदन करना चाहते हैं।


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स्वरोजगार के लिए 0% ब्याज पर लोन

जो अग्निवीर चार साल की सेवा के बाद नौकरी से बाहर हो जाएंगे और अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहेंगे, उन्हें राज्य सरकार की ओर से 0% ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराया जाएगा। यह लोन अधिकतम ₹5 लाख तक का होगा।


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केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही रियायतें

केंद्र सरकार भी विभिन्न भर्तियों में अग्निवीरों को विशेष छूट प्रदान कर रही है। इनमें CISF, BSF और CRPF जैसी भर्तियां शामिल हैं। इन भर्तियों में आयु सीमा और शारीरिक मानकों में छूट दी गई है। साथ ही, अग्निपथ योजना के तहत 4 साल की सेवा पूरी करने वाले 25% अग्निवीरों को स्थायी सेना में शामिल किया जाएगा।


प्राइवेट क्षेत्र में भी राहत

हरियाणा सरकार ने निजी औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले अग्निवीरों के लिए भी प्रोत्साहन की घोषणा की है। यदि कोई निजी कंपनी अग्निवीरों को ₹30,000 या इससे अधिक मासिक वेतन देती है, तो सरकार उस कंपनी को ₹60,000 सालाना सब्सिडी देगी।


अग्निवीर योजना: 3 मुख्य बिंदु

1. चार साल की सेवा:
2022 में शुरू हुई अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में चार साल के लिए अनुबंध पर भर्ती किया जाता है। चार साल की सेवा के दौरान छह महीने की ट्रेनिंग शामिल होती है। सेवा समाप्ति पर 25% अग्निवीरों को स्थायी सेवा में शामिल किया जाएगा।


2. साल में दो बार भर्ती:
योजना के तहत, ऑफिसर रैंक से नीचे के सैनिकों की भर्ती की जाती है। इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक (PBOR) के तहत होगी। भर्ती प्रक्रिया साल में दो बार रैली के माध्यम से आयोजित की जाएगी।


3. उम्र और योग्यता:
अग्निवीर बनने के लिए उम्मीदवार की उम्र 17.5 से 21 साल के बीच होनी चाहिए। न्यूनतम योग्यता 10वीं पास निर्धारित है। चार साल की सेवा पूरी करने के बाद अग्निवीरों को 12वीं के समकक्ष सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगहरि।


हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार मिलकर अग्निवीरों के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसरों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही हैं। यह पहल न केवल युवाओं को बेहतर भविष्य देने में सहायक होगी, बल्कि राज्य और देश की सेवा के लिए एक प्रेरक कदम भी है।

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