कैदियों के बीच रहकर परेशान है हनीप्रीत, चाहती है जल्द जमानत मिले
हनीप्रीत को पंचकूला में हुई हिंसा में आरोपी बनाया गया है.
10 जुलाई 2018
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नया हरियाणा
25 अगस्त 2017 को पंचकूला में हुई हिंसा और आगजनी के बाद देशद्रोह के केस में आरोप में अंबाला जेल में हनीप्रीत अपने परिवार के सदस्यों से बात करना चाहती है। पिछले लगभग 270 दिन से अंबाला जेल में बंद हनीप्रीत लगातार कैदियों के बीच रहकर परेशान है और उसे भी अन्य कैदियों की तरह अपने परिवार से बात करनी है। हनीप्रीत की ओर से वकील ने पंचकूला की एक कोर्ट में याचिका लगाकर अपील की है कि जिस तरह से अन्य आरोपित अपनी फैमिली से रोजाना आधा घंटा बात करते हैं, उसी तरह मुझे भी इजाजत मिले।
इससे पूर्व हनीप्रीत ने जमानत याचिका लगाकर कहा था कि मैं एक महिला हूं और 25 अगस्त 2017 को पंचकूला में जब हिंसा हो रही थी, तब मैं डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के साथ थी। डेरा प्रमुख को सजा होने के बाद मैं राम रहीम के साथ पंचकूला से सीधा सुनारिया जेल रोहतक चली गई। हिंसा में मेरा कहीं कोई रोल नहीं है। मेरा नाम भी बाद में एफआईआर में डाला गया। मुझे पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया, बल्कि मैं खुद 3 अक्तूबर 2017 को आत्मसमर्पण करने के लिए आ गई थी। जब इस एफआइआर नंबर 345 के अन्य 15 आरोपितों को जमानत मिल चुकी है, तो मुझे भी जमानत मिलनी चाहिए, लेकिन अदालत ने याचिका खारिज कर दी थी।