हुड्डा को नहीं सौंपी कमान तो अभय सिंह होंगे हरियाणा के मुख्यमंत्री : जयतीर्थ दहिया
अभय सिंह चौटाला के बढ़ते जनाधार से कांग्रेसी नेता दिख रहे हैं भयभीत.
2 जुलाई 2018
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नया हरियाणा
राई विधान सभा से कांग्रेस विधायक जयतीरथ दहिया पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के खास माने जाते हैं. पार्टी तक अपनी बात पहुंचाने के लिए हुड्डा साहब इनका ही इस्तेमाल करते रहे हैं. एक बार पहले इन्होंने ही बयान दिया था कि अगर कांग्रेस ने हुड्डा कमान नहीं सौंपी तो हुड्डा भाजपा में शामिल हो सकते हैं. आज सोशल मीडिया पर यह कटिंग छाई हुई है-
इसके अनुसार जयतीरथ दहिया ने राष्ट्रीय कांग्रेस संगठन महामंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की और गहलोत साहब को कहा कि अगर भूपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस ने कमान नहीं दी तो दुनिया की कोई ताकत अभय सिंह चौटाला को मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक सकती.
अब इससे दो बातें साफ हैं कि कांग्रेस के भीतर हुड्डा की स्थिति कमजोर हुई है और उनके विरोधियों की एकजुटता पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत हुई है. दूसरा यह संदेश साफ है कि कांग्रेस अगर हुड्डा को आगे करके चुनाव नहीं लड़ती है तो जाटों की वोट अभय सिंह पर जाना तय लग रहा है. ऐसे में कांग्रेस के सामने दोनों ही स्थिति घातक बनकर खड़ी हो गई हैं. अगर हुड्डा के चेहरे पर चुनाव लड़ती है तो गैर जाट वोटर भाजपा पर शिफ्ट होने के डर बना रहेगा. जबकि गैर जाट वोटर ही कांग्रेस का बेसिक वोटर है. क्या कांग्रेस अपने बेसिक वोटर को खोने का रिस्क ले पाएगी? दूसरी तरफ हुड्डा को आगे नहीं करने पर रोहतक, सोनीपत और झज्जर के जाट इनेलो की तरफ शिफ्ट हो सकते हैं. कांग्रेस दोनों के बीच का रास्ता टटोल रही है.
जयतीरथ दहिया केवल अभय सिंह के नाम पर डर ही नहीं दिखा रहे थे, बल्कि चलेंज भी दे रहे थे कि अगर कमान हुड्डा को नहीं सौंपी गई अभय सिंह मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने गहलोत को कहा अगर ऐसा न हुआ तो मै आपकी टांग के नीचे से निकल जाऊँगा. सोशल मीडिया पर आज इसी की चर्चाएं चल रही हैं. खबर सच है या झूठ. इसका दावा नहीं किया जा सकता. हां इतना जरूर है कि इस खबर ने इनेलो कार्यकर्ताओं के हौंसले जरूर बुलुंद किए हैं.