हरियाणवी भाषा और लोक व्यवहार में खूब प्रयोग होता है राम का नाम.
29 जून 2018
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नया हरियाणा
हरियाणवी भाषा और लोक व्यवहार में खूब प्रयोग होता है राम का नाम। यह नाम कई बार निर्गुण होता है तो कई बार सगुण होता है. कई बार यह प्रतीकात्मक ढंग से अन्य रूप धारण कर लेता है।
इस पूरी दुनिया मे "राम" शब्द का उच्चारण सबसे ज्यादा जिस भूभाग पर होता है वो भूभाग हरियाणा है। हरियाणा वो भूमि है जहाँ पर न सिर्फ स्वागत और अभिवादन के लिए राम-राम बोलते हैं अपितु सारी दुनिया जहाँ-जहाँ भगवान, ईश्वर इत्यादि शब्द प्रयोग होते हैं. वहाँ हरियाणा में राम शब्द प्रयोग किया जाता है। जैसे दुनिया कहेगी - भगवान देख रहा है , ईश्वर न्याय करेगा , धर्मराज के द्वार जाना है इत्यादि। लेकिन हरियाणा मे कहेंगे - राम देखै है , राम न्याय करेगा ,राम घर जाना है , राम से डर।
हरियाणा की कहावतें भी केवल राम से संबंधित है जैसे - हिम्मत का राम हिमायती, अंधों की मक्खी राम हटावै, राम को राम नहीं कहता, अपने को राम से बड़ा समझना। हरियाणा में आकाश को भी राम कहते हैं। हरियाणा में आराम को भी राम कहते हैं । जैसे दुनिया कहेगी आराम से चल , आराम कर ले लेकिन हरियाणा में कहेंगे कि राम से चल , राम कर ले ।
जब कही जाना हो तो गाड़ी में बैठने के बाद दुनिया वाले कहते हैं कि "चलो" लेकिन हरियाणा मे कहते है कि "ले राम का नाम, चाल" हरियाणा में बारिश को भी राम कहते हैं । जब बूंदें होती है तो दुनिया वाले कहते हैं कि बूंदे आई थी , बहुत बारिश हुई इत्यादि । लेकिन हरियाणा में कहते हैं कि राम आया था , बहोत राम बरसा । जब कोई किसी का हाल चाल पूछता है तो बाकी दुनिया में कहते हैं कि सब बढिय़ा है इत्यादि । लेकिन हरियाणा मे कहते हैं कि "राम रैजी स" या दया है राम की। हरियाणा में गाँव को गाम कहते हैं और हरियाणवी कहावत है कि गाम राम होता है। हरियाणा के कण-कण और शब्द-शब्द में राम बसता है।