मोदी सरकार ने अभी तक अपने चुनावी वादें पूरे नहीं किए हैं.
27 जून 2018
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नया हरियाणा
किसानों को एक-दो महीने में ही कुछ बड़ा तोहफा मिलने वाला है, जिसमें किसान उभरकर देश के निर्माण में अपनी अहम् भूमिका निभाएंगे. यह सरकार कोई पूंजीपतियों की सरकार नहीं, किसानों की सरकार है. ये कहना है केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह का.
प्रधानमंत्री ने एलान किया है कि सावणी की फसल को डेढ गुणा भाव पर खरीदेंगे. लेकिन जब तक गेहूं की कीमत 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल नहीं हो जाती, तब तक किसान के परिवार की दिहाड़ी पूरी नहीं होती. आज किसानों ने खेती के अलावा उद्योगों में भी भाग्य आजमाना चाहिए.
भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में यह वादा प्रमुखता से किया गया था कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करेंगे और किसानों को लागत का डेढ गुना दाम दिया जाएगा. मोदी सरकार के 4 साल पूरे हो गए हैं पर किसानों को कोई खास राहत अभी तक नहीं मिली है. देखते हैं इस चुनावी साल में मोदी सरकार किसानों के लिए कुछ करती है या नहीं.