हरियाणा के ईनामी बदमाश और पूर्व पहलवान राकेश मोखरिया को पुलिस ने किया गिरफ्तार!
आरोपी रोहतक शहर मे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
12 जून 2018
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नया हरियाणा
रोहतक पुलिस की एवीटी स्टाफ की टीम ने गत रात्रि गस्त के दौरान सूचना के आधार पर त्वरित कार्यवाही करते हुए रोहतक पुलिस की अति वांछित अपराधियों की सूची में शामिल 25,000/- रुपये ईनामी बदमाश व पूर्व में राष्ट्रीय स्तर के पहलवान रहे राकेश मोखरिया को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी रोहतक शहर मे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। रोहतक पुलिस ने तत्परता व सजगता से कार्यावाही करते हुए ना केवल अपराधी को काबू किया है तथा वारदात को होने से पहले ही विफल किया है। आरोपी से गहनता से पुछताछ जारी है। आरोपी को आज पेश अदालत किया जाएगा। एवीटी स्टाफ स्टाफ द्वारा एक हफ्ते में रोहतक पुलिस के 2 मोस्ट वांटेड व ईनामी बदमाश पकडने पर पुलिस अधीक्षक श्री जशनदीप सिंह रंधावा ने टीम की पीठ थपथपाई और प्रशंसा-पत्र से सम्मानित करने की घोषणा की है।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक श्री जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि रोहतक पुलिस ने बीते दिनों भी एक अति वांछित अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी। रोहतक पुलिस का अति वांछित अपराधियो को पकड़ने का अभियान लगातार जारी है। इसी क्रम में कल दिनांक 11.06.18 को एवीटी स्टाफ प्रभारी निरीक्षक मनोज वर्मा को सूचना मिली कि वर्ष 2017 में हुए बलबीर हत्याकांड का मुख्य आरोपी व रोहतक पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी राकेश मोखरिया आऊटर बाईपास पर झज्जर रोड़ पुल के पास किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के ईरादे से घूम रहा है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए निरीक्षक मनोज वर्मा ने तुरंत मुख्य सिपाही संदीप दांगी, ओआरपी/एएसआई देवेन्द्र व ईएचसी सुनिल व सिपाही जितेन्द्र की टीम तैयार करके आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए छापेमारी के लिए रवाना किया। एवीटी स्टाफ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए राकेश मोखरिया पुत्र सुखबीर निवासी गांव मौखरा (जिला रोहतक) को आईटर बाईपास झज्जर रोड़ पुल के नीचे से काबू किया है। तलाश लेने पर आरोपी के कब्जे से एक 30 बोर का देसी पिस्तौल बरामद हुआ है। आरोपी के खिलाफ थाना शिवाजी कालोनी में शस्त्र अधिनियम के तहत अभियोग संख्या 346/18 अंकित कर गिरफ्तार किया गया है।
निरीक्षक मनोज वर्मा के नेतृत्व में आरोपी राकेश से गहनता से पुछताछ की गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि वर्ष 2005 में जयकुंवार निवासी झज्जर का कत्ल करके आरोपी राकेश ने अपराध जगत में कदम रखा था। उक्त मामले में 6 साल जेल में रहने के बाद आरोपी ने बाहर आकर शराब के ठेकेदारी का काम करना शुरु कर दिया। इस काम मे गांव आसन निवासी बलबीर जो शराब के ठेके लेता था रोड़ा बन रहा था। तब उसने गैगस्टर रोहताश आसनिया के कहने पर गत वर्ष 2017 में बलबीर ठेकेदार की अपने साथियों के साथ मिलकर गोलियां मारकर हत्या की थी। वारदात में अमित उर्फ मीता जो 3 दिन पहले ही एवीटी स्टाफ द्वारा गिरफ्तार किया गया है और गौरव निवासी जनता कॉलोनी शामिल रहे है। हत्या करने के लिए जिस मोटरसाइकिल पर सवार होकर आरोपी आए थे सबूत मिटाने की नीयत से आरोपियों ने अगले दिन उस मोटरसाईकिल को जला दी था और तीनों आरोपी रोहताश आसनिया द्वारा बताए गए ठिकाने पर पहुचकर अगले दिन हरिद्वार चले गए। हरिद्वार से तीनों अलग-अलग स्थानों पर चले गए। आरोपी राकेश राजस्थान में छिप कर रहने लगा। आरोपी राकेश गैगस्टर रोहताश आसनिया के जेल से बाहर निकलने का इंतज़ार कर रहा था ताकि रोहताश के निकलने के बाद फिर से अपने गैंग का वर्चस्व बना सके। आरोपी राकेश की गिनती रोहतक के अच्छे पहलवानो में कई जाती थी और वर्ष 2003 में हरियाणा राज्य के लिए स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष 2003 में ही तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर के पहलवानो के दंगल में ब्रोंज मैडल हासिल किया था। परन्तु आरोपी राकेश को क्राइम की दुनिया ने चकाचोन्द कर दिया और अपराध जगत में पहुच गया। आरोपी द्वारा वर्ष 2005 में किये कत्ल के केस में डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन न्यायालय झज्जर से उम्रकैद हो गयी थी जिसको बाद में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था। आरोपी को आज माननीय न्यायालय में पेश करके रिमांड की मांग की जाएगी और दौरान रिमांड यह पता किया जाएगा कि आरोपी द्वारा फरारी के दौरान किन-2 आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया गया है।