पंजाबी सिंगर परमीश वर्मा पर गोली चलाने वाला 8 हत्याओं में शामिल गैंगस्टर संपत नेहरा हुआ गिरफ्तार!
पुलिस मुलाजिम का बेटा और स्टेट लेबल का खिलाड़ी बन गया शातिर गैंगस्टर.
7 जून 2018
Share
2069
नया हरियाणा
हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान का ईनामी गैंगस्टर संपत नेहरा को एसटीएफ ने बुधवार हिसार से गिरफ्तार कर लिया गया है. गैंगस्टर अपनी प्रेमिका के चक्कर में एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया. जिसे एसटीएफ ( स्पेशल टॉस्क फोर्स) के जाबांज इस्पेंक्टर प्रदीप कुमार और एएसआई संदीप कुमार ने हैदराबाद से पकड़ा.
हाल ही में संपत नेहरा ने पंजाबी गायक और एक्टर परमीश वर्मा को गोली मारी थी और इसके बाद चंडीगढ़ के प्रमुख दवा कारोबारी कुमार ब्रदर्स कैमिस्ट के डायरैक्टर अश्वनी कुमार से तीन करोड़ रंगदारी मांगी थी. व्हाट्सप कालिंग की जरिए 3 करोड़ की मांग की थी. बी सतीश बालन के नेतृत्व में टीम उसके पीछे लगी हुई थी.
गैरतलब है कि काफी लंबे समय से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा था. पुलिस काफी ने फोन ट्रैप पर लगाया हुआ था. पुलिस को यह जानकारी तो मिली थी कि वह आंध्रप्रेदश में छिपा हुआ है. हरियाणा एसटीएफ की टीम15 दिन हैदराबाद में इंतजार करती रही. चर्चित वारदात
पूर्व मंत्री नटवर सिंह के बेटे की गाड़ी लूटकर सादुलपुर कोर्ट में की गैंगस्टर की हत्या.
अक्टूबर 2017 में लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर ही संपत नेहरा, रविंद्र काली व हरेंद्र जाट ने मिलकर जोधपुर के व्यवसायी वासुदेव असरानी की हत्या की.
आनंदपाल गैंग के सुभाष बराल से हाथ मिलाने के बाद उसके कहने पर लॉरेंस ने अजमेर जेल से ही सीकर के पास एक पूर्व सरपंच की संपत व उसके साथियों ने हत्या करवाई.
संपत नेहरा प्लानिंग के साथ चलता था. वो जहां भी जाता था. अकेला ही जाता था. वहीं पुलिस के डर के कारण वो भीड़-भाड़ के एरिया में रहता था, इसलिए वह यहां हैदराबाद में भी भीड़ के एरिया में मौजूद था. लेकिए एसटीएफ की टीम ने उसे पकड़ लिया. यहां हैदराबाद में भी उसके साथ कुछ युवक मौजूद थे, लेकिन अभी तक बाकी के बारे में कोई खुलासा नहीं हो पाया है.
संपत मूल रूप से चंडीगढ़ का रहने वाला है. वह एक पुलिस मुलाजिम का बेटा है और 100 मीटर हर्डल रेस का स्टेट लेबल का खिलाड़ी रह चुका है. चंडीगढ़ पढ़ते हुए यह पंजाब के अबोहर के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आया और अपराध के रास्ते पर चल पड़ा.
पंजाब में जब ऑर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट बनी और गैंगस्टरों की धरपकड़ शुरू हुई तो फरीदकोट जेल बंद लॉरेंस ने अपने शूटर संपत नेहरा, रविंदर काली और हरेंद्र जाट के माध्यम से राजस्थान के जोधपुर में व्यवसायियों को धमकाकर फिरौती मांगनी शुरू की. इसी क्रम में उसने संपत नेहरा, काली , हरेंद्र जाट की मदद से वासुदेव असरानी की हत्या करवाई. बिश्नोई जेल से गैंग को ऑपरेट करते रहा.