पीलू मोदी के लिए नहीं मिली थी रोहतक में इंग्लिश टॉयलेट
इमरजेंसी के साथ बहुत से किस्से जुड़े हुए हैं पढ़िए एक ओर किस्सा!
26 मई 2018
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रणदीप घनघस
पीलू मोदी की शख्सियत से सभी परिचित तो जरुर होंगे. पीलू मोदी देश के बहुत बड़े समाजवादी नेता रहे हैं. पीलू मोदी बड़े जिंदादिल इंसान थे. हर कोई उनकी मेहमान नवाजी का कायल था. वह सांसद थे. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो उनके सहपाठी थे. पीलू मोदी की गिनती देश के चंद समाजवादी नेताओं में होती थी.
हम बात कर रहे हैं इमरजेंसी के समय की. उस समय हर गिरफ्तार नेता को हरियाणा की जेलों में भेजा जा रहा था. आखिर पीलू मोदी भी गिरफ्तार होकर रोहतक जेल आ गए. अब पीलू मोदी सेहत से तंदुरुस्त थे. शरीर भी भारी था. जब वह टॉयलेट जाने लगे तो देखा कि यहां पर हरियाणा की जेलों में सामान्य टॉयलेट सीट हैं. पीलू मोदी इस सीट पर नहीं बैठ सकते थे. उन्होंने अपने लिए जेल के टॉयलेट में इंग्लिश स्टैंडिंग सीट की मांग की.
पर हरियाणा की किसी भी जेल में ऐसी इंग्लिश सीटों वाले टॉयलेट नहीं थे. आखिर देश के बड़े नेता थे. बताते हैं कि दिल्ली से उनके लिए स्पेशल फोन आया कि अभी तुरंत जेल में इंग्लिश स्टैंडिंग सीट का प्रबंध किया जाए. उस वक्त के जेलर ने पूरे रोहतक शहर की दुकानें खंगाल डाली, पर कहीं भी किसी भी दुकान पर इंग्लिश सीट नहीं मिल पाई। आखिर दिल्ली के फोन का असर था। काम तो पूरा करना ही था। आखिर में समाधान निकाला गया कि मिस्त्री बुलाकर साधारण सीट के ऊपर दोनों साइड में ईटों की छोटी-छोटी दीवार बनवाई गई। जो इंग्लिश स्टैंडिंग सीट की बनावट में थी।
इसके बाद ही पीलू मोदी टॉयलेट जा पाए। जिन पीलू मोदी का हम जिक्र कर रहे हैं वह देश के चंद गिने-चुने धनवान परिवारों में से एक थे। उनके भाई रूसी मोदी टाटा के चेयरमैन रहे थे।