आपको बता दें कि कल मंत्री अनिल विज ने एसडीओ को निलंबित कर दिया था. निलंबित एसडीओ ने विज की कार्यवाही को औरंगजेब के शासन से भी बुरा बताया था. इस मामले में मीडिया और सोशल मीडिया पर अनिल विज की काफी आलोचना हो रही थी. जिसके जवाब में अनिल विज ने आज ट्विट किया है. उन्होंने लिखा हैं कि- "विश्व भर के भृष्टाचारियों ने आपस मे एक संधि कर रखी है । आप किसी एक के खिलाफ कार्यवाही कर दो सारे उस भृष्टाचारी की मदद करने के लिए बिलों से बाहर आ जाते हैं ।"
कल ये हुआ था मामला-
4 मिनट के वीडियो में दर्ज है पूरा मामला.
'मुझे नहीं निवेदन सुनना कोई'
(कुछ सेकेंड बाद ही दूसरे के निवेदन पर SDO को सस्पेंड कर दिया)
'कोर्ट में देना सुबूत, मैं नहीं सुनता कुछ'
(शिकायतकर्ता से ना सुबूत मांगे ना उसकी शिकायत देखी, एक्शन तुरंत ले लिया, जबकि आरोपी की बात तक नहीं सुनी)
'आपके पूरे डिपार्टमेंट में रिश्वत चलती है'
(लेकिन कार्रवाई, वो भी बेहद सख्त, सिर्फ एक शख्स पर, वो भी शिकायत पढ़े बिना)
'अरेस्ट करो इसको, मैं नहीं सुनना चाहता कोई बात, कोर्ट में करना संविधान की बात'
(जब कर्मचारी ने कहा कि मैं संवैधानिक तरीके से अपनी बात रखना चाहता हूं)
'ओ भाई, मेरा नाम अनिल विज है, पता है तेरे को, पता है मेरा नाम क्या है ?'
(मेरे सीनियर भी आपको बता रहे है कि ये आपसी रंजिश का मामला है)
'वो बाद में बताना, निकालो इनको यहां से'
(जब कहा कि आपकी पार्टी के विधायक ने जानलेवा हमला करवाया है)
'बाहर फेंको इसको उठा के, पुलिस पर्चा दर्ज करके इसे अरेस्ट करे शाम तक'
(जब कहा कि ये तो ओरंगजेब का राज हो गया, ओरंगजेब का राज अच्छा था इससे तो)