इनेलो और बसपा गठबंधन के बाद हरियाणा की राजनीति में गर्माहट बढ़ गई है तो दूसरी तरफ इनेलो और बसपा के गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि दोनों पार्टियों के बीच हुए गठबंधन की शर्तें अभी पब्लिक नहीं की गई हैं. फिर भी राजनीति के जानकार सीटों के बंटवारे को लेकर अपने विचार व्यक्त करते रहते हैं.
ये भी पढ़ें: रैलियों के बादशाह : मोदी और इनेलो
इनेलो और बसपा में लोकसभा की 7 और 3 सीटों को लेकर गठबंधन होने का अनुमान है. बसपा के हिस्से में फरीदाबाद, अंबाला और करनाल सीटे आ सकती हैं. जबकि विधानसभा की सीटों को लेकर आपस में अभी फाइनल नहीं हो पाया है. एक अनुमान हैं कि 25 सीटें बसपा के हिस्से में आ सकती हैं. जबकि बसपा की तरफ से 30 सीटें मांगी जा रही हैं और इनेलो की तरफ से 22 सीटों का ऑफर दिया जा रहा है. शायद दोनों के बीच 25 सीटों पर समझौता फाइनल हो जाये.
ये भी पढ़ें: अंबाला की 9 विधानसभा सीटों पर मिलेगा इनेलो गठबंधन को फायदा
विधानसभा सीटों में भी उम्मीद यही जताई जा रही है कि 25 में से करीब 12 सीट रिजर्व विधानसभा सीटों वाली बसपा के हिस्से में आ सकती हैं. जबकि पूरे हरियाणा में कुल 17 सीट रिजर्व हैं. जो कि मुलाना, सढौरा, शाहबाद, गुहला, नीलोखेड़ी, इसराना, खरखौदा, नरवाना, रतिया, कलांवली, उकलाना, बवानीखेड़ा, कलानौर, झज्जर, बावल, पटौदी, और होडल.
हालांकि दूसरे दलों द्वारा इस गठबंधन को शंका की दृष्टि से देखा जा रहा है और यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि यह गठबंधन ज्यादा दिन चल नहीं पायेगा. परंतु दोनों पार्टियों के हालात ऐसे बने हुए हैं कि इस गठबंधन का चलना मजबूरी है.