मानेसर जमीन घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा की बढ़ी मुश्किलें!
कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मामले में हुड्डा को सजा होना लगभग तय हैं.
19 अप्रैल 2018
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नया हरियाणा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित 34 आरोपियों को आज पंचकूला स्थित हरियाणा की सीबीआई कोर्ट में पेश होना है। गौरतलब है कि 16 मार्च को सीबीआई कोर्ट ने सभी आरोपियों को सम्मन जारी किए थे। सभी आरोपियों को आज चालान की कॉपी सौंपी जा सकती है और जल्द आरोप तय हो सकते हैं।
हुड्डा के खिलाफ मानेसर जमीन घोटाले में आज पंचकूला स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट में सुनवाई होगी। आपको बता दें कि मामले में अब तक सुनवाई के दौरान चालान की स्क्रूटनी जारी थी, जो अब पूरी हो चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित 34 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई थी। अब इस मामले में पंचकूला की सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज कपिल राठी की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। जिसमें हुड्डा के अलावा एम एल तायल, छतर सिंह , एस एस ढिल्लों , पूर्व डीटीपी जसवंत सहित कई बिल्डरों के खिलाफ चार्ज शीट में नाम आया है।
मानेसर जमीन घोटाले को लेकर सीबीआइ ने हुड्डा सहित 34 के खिलाफ 17 सितंबर 2015 को मामला दर्ज किया था। इस मामले में ईडी ने भी हुड्डा के खिलाफ सितंबर 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। कांग्रेस लगातार इस कारर्वाई को सियासी रंजिश का नाम दे रही है।
इस मामले में आरोप है कि अगस्त 2014 में निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर गुड़गांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी। कांग्रेस की तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डर्स को औने-पौने दाम पर बेचने का आरोप है।