कॉमनलवेल्थ में विनेश ने कनाडा की जेसिका मैक्डोनाल्ड को 13-3 से मात देते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
18 अप्रैल 2018
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नया हरियाणा
पहलवान विनेश फोगाट
पिता का मर्डर हुआ था, रियो ओलंपिक में ऐसी चोट लगी कि बिस्तर पर रही, पर बहादुर बेटी का जज्बा कम नहीं हुआ और गोल्ड जीतकर इतिहास रचा। भिवानी के बलाली गांव निवासी महावीर फोगाट की भतीजी और गीता फोगाट की चचेरी बहन विनेश फोगाट ने 21वें कॉमनवेलथ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। विनेश ने 50 किलोग्राम की कैटेगरी में देश के लिए गोल्ड जीता। रियो ओलंपिक में चोट लगने के बाद विनेश फोगाट काफी समय पर बिस्तर पर रहीं, डॉक्टर ने खेल छोड़ने को कह दिया था, पर इस बहादुर बेटी ने हिम्मत नहीं छोड़ी और फिर से अखाड़े में उतरी। नतीजा आज सभी के सामने है, कॉमनलवेल्थ में विनेश ने कनाडा की जेसिका मैक्डोनाल्ड को 13-3 से मात देते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
गौरतलब है कि विनेश फौगाट महिला कुश्ती में 2014 राष्ट्रमण्डल खेल की स्वर्ण पदक विजेता हैं। इन्होंने २०१४ एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता। इन्होंने 2016 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। चोटिल हो जाने के कारण उन्हें मुकाबला बीच में ही छोड़कर बाहर होना पड़ा।