2019 में गुड्गांव से रावइंद्रजीत बीजेपी के सांसद बने हैं.
6 अगस्त 2019
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नया हरियाणा
पटौदी विधानसभा 1957 में अस्तित्व में आई और कांग्रेस के मोहनलाल, जनसंघ के शीश राम को पराजित कर विधायक बने. निर्दलीय राव रामजीवन सिंह तीसरे स्थान पर रहे. 1962 में कांग्रेस के ही बाबू दयाल शर्मा ने पुनः शीश राम को पराजित किया और राव रामजीवन सिंह तीसरे स्थान पर रहे. 1967 में राव बिरेंदर सिंह निर्दलीय शीशराम को शिकस्त देकर विधायक चुने गए. 1968 में रामजीवन सिंह विशाल हरियाणा पार्टी के उम्मीदवार थे और स्वतंत्र पार्टी के शीशराम को पराजित कर विधायक बनने में सफल हो गए. अब तक चार चुनावों में हार देख चुके शीशराम की किस्मत 1972 में चमकी और वे विशाल हरियाणा पार्टी के रामजीवन सिंह को पराजित कर सीधा विधानसभा पहुंच गए.
1977 में पटौदी विधानसभा क्षेत्र आरक्षित हो गया. पहले चुनाव में विशाल हरियाणा पार्टी के नारायण सिंह ने जनता पार्टी के राम सिंह को पराजित किया. 1982 में मोहनलाल पीपल कांग्रेस के प्रत्याशी थे. उन्होंने निर्दलीय नारायण सिंह को शिकस्त दी. 1987 में लोक दल के शिवलाल के शिवलाल ने कांग्रेस के नारायण सिंह को पराजित किया. 1991 में नारायण सिंह हरियाणा विकास पार्टी से लड़े. लेकिन जनता पार्टी के मोहनलाल पीपल ने उन्हें मात दे दी. 1996 नारायण फिर से हविपा से लड़े और इस दफा समता पार्टी के रामवीर को पराजित करने में कामयाब हुए. 2000 में इनेलो के रामवीर सिंह ने कांग्रेस के डॉ कृपा राम पुनिया राम पुनिया को पराजित किया. 2005 में कांग्रेस के भूपेंद्र ने इनेलो के गंगाराम को पराजित किय. 2009 में गंगाराम ने भूपेंद्र को पराजित कर दिया. 2014 में पटौदी को पहली बार महिला विधायक बिमला चौधरी बनी. भाजपा की विमला चौधरी ने गंगाराम को मात दी तथा कांग्रेस प्रत्याशी सुधीर कुमार तीसरे स्थान पर रहे.