कांग्रेस-भाजपा वालों चाय-पकौड़े से आगे और भी जहाँ हैं जहां चिकन मिलता है। राजनीति में हर समय गम्भीर होना जरूरी नहीं होता। हंसी मजाक भी चलते रहने चाहिए। हरियाणा तो जाना ही अपने मखौलिये स्वभाव के लिए जाता है। यह अनूठी तस्वीर हरियाणा के एक गांव की है।
दादरी महेंद्रगढ़ रोड पर badhwana village में है ये शानदार जगह. राजनीति की दुकान जब नहीं चल रही हो तो कमा के खाने में कोई परहेज नहीं करना चाहिए। इसे हंसी ठिठोली की तरह ही पढ़ा जाना चाहिए।
बताया जाता है कि चौटाला परिवार का हरियाणा में हैचरी(मुर्गी) फार्म के व्यापार को बढ़ावा देने के योगदान इतिहास के पन्नों में दर्ज किया जाना चाहिए। अब इसमें सच्चाई कितनी है और कल्पना या गपोड कितनी है यह कहना मुश्किल है। खैर
वर्तमान समय में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है और इसके लिए उनके अपने पोते ही जिम्मेदार हैं। बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत विकल्प के तौर पर इनेलो मजबूती से उभर रही थी, जिसे बसपा गठबंधन ने ओर मजबूत कर दिया था। अब दोनों ही दल अपने अहम की लड़ाई लड़ रहे हैं और एक दूसरे को खत्म करने में ही अपनी खुशी ढूंढ रहे हैं। दोनों तरफ के कार्यकर्ताओं में हताशा चरम पर है।