अभय चौटाला- मनोहर लाल की मुलाकात और इनेलो-बीजेपी गठबंधन का खेल!
राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं हैं कि इनेलो और बीजेपी के बीच गठबंधन हो रहा है.
8 मार्च 2019
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नया हरियाणा
हरियाणा राज्य सूचना आयोग को 3 नए राज्य सूचना आयुक्त मिल गए हैं. मनोहर सरकार ने ब्यूरोक्रेसी को गच्चा देते हुए तीनों ही पदों पर अपनी पसंद के लोगों की नियुक्ति की. कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने सूचना आयुक्त पदों के लिए आवेदन किया था. लेकिन किसी की भी दाल नहीं गली. मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में विपक्ष के नेता अभय चौटाला और पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर सिंह भी सदस्य होने के नाते मौजूद रहे. हरियाणा निवास में हुई इस बैठक में तीनों पदों के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली सर्च कमेटी ने तीन-तीन नामों के पैनल भेजे थे. चयन समिति में लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) केजे सिंह, कमलदीप भंडारी और जय सिंह बिश्नोई का चयन राज्य सूचना आयुक्त के पद पर किया है. भंडारी मूल रूप से पंजाब की रहने वाली है. सूत्रों का कहना है कि संघ की सिफारिश के चलते उनका चयन हुआ है. इसी तरह से जय सिंह बिश्नोई पूर्व की हुड्डा सरकार में भी राजनीतिक पद पर रह चुके हैं. वे गोपाल कांडा की पार्टी में भी रहे हैं. राज्य सूचना आयोग में तीनों पद राज्य सूचना आयुक्त समीर माथुर, हेमन्त अत्री और योगेंद्र पाल गुप्ता का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली था. सरकार ने तीनों ही पदों के लिए आवेदन मांगे थे. पूर्व डीजीपी बीएस संधू ने भी आवेदन किया था.
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला से मुलाकात की तो जेजेपी व कांग्रेस वालों ने दोनों के गठबंधन के शगूफे उड़ा दिए। जबकि दोनों की मुलाकात का कारण राजनीतिक कम सरकारी ज्यादा था। हरियाणा सरकार ने 3 नए इन्फॉर्मेशन ऑफिसर अपॉइंट किये हैं। जिसके लिए नामों पर चर्चाएं होती हैं। सो इसमें नेता प्रतिपक्ष भी होता है। हालांकि अभय चौटाला और मनोहर लाल के बीच राजनीतिक विषय पर भी चर्चा हुई होगी। परंतु इसका बीजेपी और इनेलो के गठबंधन से कोई लेना देना नहीं है। दूसरी तरफ मनोहर लाल ने जब राज्यपाल से मुलाकात की तो उसे विधानसभा भंग किये जाने से जोड़कर देखने लगे। क्योंकि आपके दिमाग में यह विचार पहले से ही है तो आपको हर सामान्य मुलाकात भी अपने मुताबिक लगेगी।क्योंकि एक तरफा प्रेम या घृणा करने वालों के साथ ये परेशानी ताउम्र रहती है। ऐसे में दो शगूफों में से किसी में भी सच्चाई नहीं है।
इसलिए आज न तो विधानसभा भंग होने वाली है और न ही इनेलो और बीजेपी के बीच गठबंधन होने की उम्मीद है। दोनों एकदम हवाई बातें हैं।