मैं खुद सैनिक रहा हूं, सैनिक के धर्म को समझता हूं, सेना और सैनिकों पर राजनीति न करें: वित्तमंत्री अभिमन्यु
कैप्टन अभिमन्यु ने उन्हें कहा कि आप अपनी भाषा पर कंट्रोल करें. ऐसी बदतमीजी वह बर्दाश्त नहीं करेंगे.
27 फ़रवरी 2019
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नया हरियाणा
विधानसभा में शहीदों को नौकरी और आर्थिक मदद को लेकर खूब हंगामा हुआ. कलायत से निर्दलीय विधायक जयप्रकाश जेपी ने अपने क्षेत्र के शहीद सैनिक के परिवार को नौकरी और आर्थिक मदद न मिल पाने का मुद्दा उठाया. जयप्रकाश ने कहा कि कैप्टन साहब सुन लो, मेरे क्षेत्र में शहीद के परिवार को लेकर की गई घोषणाएं पूरी नहीं हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार दावे तो बहुत कर रही है, लेकिन शहीद परिवारों का अपमान हो रहा है.
जेपी ने पिहोवा के शहीद पर वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को घेरते हुए कहा कि मंत्री को जवाब देना नहीं आता. इस पर कैप्टन अभिमन्यु ने उन्हें कहा कि आप अपनी भाषा पर कंट्रोल करें. ऐसी बदतमीजी वह बर्दाश्त नहीं करेंगे. कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि "मैं खुद सैनिक रहा हूं और सैनिक के धर्म को समझता हूं. आप लोग सेना और सैनिकों पर राजनीति न करें". हमारी सरकार ने 1971 से लेकर अब तक 273 शहीदों के परिवारों को नौकरी दी है. जबकि कांग्रेस राज में केवल 18 शहीदों के आश्रितों को ही रोजगार मिला. जिस पर कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने कहा कि मैं भी सैनिक की बेटी हूँ. मेरे पिता ने दो बार सेना में रहते हुए दुश्मन की गोलियां खाई हैं. जिस पर कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि उन्हें पता है कि वह सैनिक की बेटी हैं. आपके पिता आर्मी में हमारे सीनियर थे. मैं भी सेना में रहा हूं. मेरी मां ने 6 बेटों को जन्म दिया और इनमें से 3 सेना में सेवा दे चुके हैं. हमें सैनिकों और सेना के बारे में समझाने की कोशिश न करें.