जानिए कैसे दिया भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान को चकमा
क्या पाकिस्तान को उसकी वायुसेना के एयर सर्विलांस सिस्टम से ये पता नहीं चल पाता.
26 फ़रवरी 2019
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क्या पाकिस्तान को उसकी वायुसेना के एयर सर्विलांस सिस्टम से ये पता नहीं चल पाता है कि भारत के विमान उसकी सीमा में घुसे हैं? आख़िर पाकिस्तान कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर पाता है?
द इंस्टिट्यूट फोर डिफेंस स्टडीज एंड एनलिसिस के निदेशक लक्ष्मण कुमार बहेरा कहते हैं कि भारत की वायु सेना की तुलना में पाकिस्तान की वायु सेना बहुत कमज़ोर है.
बहेरा कहते हैं, ''पाकिस्तान की वायुसेना ऐसे हमलों का जवाब देने में सक्षम नहीं है. भारतीय वायु सेना की तैयारी इतनी मुकम्मल थी कि पाकिस्तान के लिए अंदाज़ा लगाना आसान नहीं था. भारत ने बहुत कम समय में इस हमले को अंजाम दिया है. पाकिस्तान का एयर सर्विलांस सिस्टम और जैमर बहुत ही लचर है. इतने कम टाइम के हमले को संभालना पाकिस्तान के मौजूदा एयर सर्विलांस के बस की बात नहीं है.''
भारत की मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत के 12 मिराज लड़ाकू विमान सीमा पार हुए थे और 19 मिनट के भीतर हमले को अंजाम देकर वापस लौट आए. कहा जा रहा है कि पिछले पांच दशकों में 1971 के युद्ध के बाद भारत ने पहली बार सीमा पार हमला किया है.
अप्रैल 2000 में भारतीय एयरफ़ोर्स ने रूस से दो A-50 AWAC (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल) एयरक्राफ़्ट ख़रीदे थे. यह रेडार सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के लिए काफ़ी अहम था.
भारत ने इसे जब ख़रीदा था तभी पाकिस्तान के रिटायर्ड एयर मार्शल अयाज़ अहमद ख़ान ने पाकिस्तान के लिए ख़तरनाक बताया था.
अयाज़ ख़ान ने कहा था कि भारत इस सिस्टम से पाकिस्तान के भीतर और पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र की जासूसी करने में सक्षम हो गया है.
अयाज़ ख़ान ने चेताया था कि इंडियन एयर फ़ोर्स को इस सिस्टम से पाकिस्तानी एयर फ़ोर्स के बेस की गतिविधियां पहले ही पता चल जाएंगी.