अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के विरोधी गुट के सदस्य एकजुट हो गए. सूचना मिलने पर विरोधी गुट जेल से रिहा आंदोलनकारी व जेल में बंद आंदोलनकारियों के परिजन ने मलिक के खिलाफ नारेबाजी की. विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि परीक्षा संस्थान खोलने से पहले जेल में बंद युवाओं को रिहा कराया जाए. साथ ही यशपाल मलिक से चंदे का हिसाब भी मांगा जाए. ग्रामीणों ने मलिक पर चंदे में धांधली करने के भी आरोप लगाए. यशपाल मलिक दीनबंधु छोटूराम प्रतियोगी परीक्षा संस्थान के हवन कार्यक्रम पर पहुंचे थे, जहां यह सारा हंगामा हुआ. मामले का पता चलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को मनाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने. ग्रामीणों का कहना था कि 3 साल से युवा जेल में बंद है और कुछ लोग चंदे के रुपए में मौज मना रहे हैं. वहीं मलिक का कहना था कि कुछ लोगों ने 2017 में भी उनका विरोध किया था और 2018 में भी उनका विरोध किया. अब वही लोग 2019 में उनका विरोध कर रहे हैं. वे इन विरोधियों से डरने वाले नहीं हैं. अगर उन्हें विरोध ही करना ही है तो सरकार का करें.