जानिए रोहतक लोकसभा सीट से कौन लगाएगा दीपेंद्र हुड्डा की कड़
यहां से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा लगातार तीन बार से जीतते आ रहे हैं।
22 फ़रवरी 2019
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नया हरियाणा
भाजपा की नजर रोहतक लोकसभा क्षेत्र पर है। यहां से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा लगातार तीन बार से जीतते आ रहे हैं। भाजपा के मन में हुड्डा के इसी गढ़ को जीतने की बड़ी कसक है। दीपेंद्र हुड्डा भी चुनावी तैयारियों में लगे हुए हैं। उन्हें भी इस बात का अहसास हो चुका है कि आने वाला लोकसभा चुनाव उनके लिए आसान नहीं रहने वाला है। रोहतक नगर निगम के चुनाव में इसकी झलक उन्हें मिल चुकी है। जिस रोहतक शहर के दम पर उनकी जीत पर मोहर लगती थी, उस शहर ने हुड्डा परिवार से पूरी तरह से मुंह मोड़ लिया है। इसी के चलते बीजेपी को यहां जीत की खुशबू आने लगी है।
सीएम मनोहर लाल ने रैली में किसानों के मसीहा छोटूराम को उनकी जयंती पर भी पुष्प अर्पित कर जाट वोट बैंक पर निशाना साधा। उन्होंने जाटलैंड के सतगामा और पुराने हसनगढ़ पर भी नजरें जमाईं। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में कलानौर क्षेत्र से तो भाजपा प्रत्याशी रामअवतार वाल्मीकि जीतकर निकल गए, लेकिन जैसे ही पुराने हसनगढ़ के गांवों की मतगणना शुरू हुई तो वहां पर पिछड़ते चले गए और करीब 4 हजार वोटों के अंतर से विधायक शकुंतला खटक से हार गए।
रोहतक लोकसभा सीट से बीजेपी की तरफ से दो नामों पर विचार चल रहा था। वीरेंद्र सहवाग और पूर्व आर्मी चीफ दलबीर सुहाग। परंतु दोनों की तरफ मना कर देने के बाद बीजेपी कुश्ती के खिलाड़ी योगेश्वर दत्त पर दांव आजमा सकती है। भारतीय रेसलिंग इतिहास में योगेश्वर दत्त वो नाम हैं जिन्होंने देशवासियों के चेहरे पर कई बार मुक्सुराहट लाने का काम किया। योगेश्वर ने पूरी दुनिया में अपने दांव का दम दिखाया और साबित किया कि भारतीय कुश्ती किस स्तर का है। उन्होंने अपनी उपलब्धि के जरिए भारत का नाम कई बार इस खेल में रोशन किया है। पहले योगेश्वर दत्त का नाम सोनीपत लोकसभा से चल रहा था, परंतु अब हो सकता है कि लोकप्रिय दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ लोकप्रिय खिलाड़ी योगेश्वर दत्त को चुनावी दंगल में उतार दें।
योगेश्वर दत्त ने दंगल में तो बड़े-बड़े खिलाड़ियों की कड़(कमर) लगाई है। चुनावी दंगल में वो दीपेंद्र हुड्डा की कड़ लगा पाते हैं या नहीं। रोहतक के समीकरण जहां एक तरफ दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ हैं, वहीं योगेश्वर की लोकप्रियता बीजेपी के वोट बैंक में जुड़कर जीत का परचम लहरा सकती है।