जेजेपी पार्टी की तरफ से वर्तमान में हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला मैदान में उतरेंगे। 2014 में दुष्यंत चौटाला इनेलो पार्टी की तरफ से सांसद थे, परंतु अब उन्होंने नया दल बना लिया है। दुष्यंत चौटाला ने हजका-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप बिश्नोई को हराया था।
पूरे प्रदेश में मोदी लहर के बावजूद हिसार सीट पर 2014 में भारतीय जनता पार्टी की पकड़ ढीली पड़ गई थी. इस सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC BL) के कुलदीप बिश्नोई को हराया था. 2014 में चुनाव में बीजेपी और (HJC BL) के बीच गठबंधन था. गठबंधन के अनुसार 10 में से 8 सीटों पर बीजेपी ने और कुलदीप बिश्नोई की पार्टी ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.
2014 में चौटाला को कुल 4,94,478 वोट मिले थे, जबकि बिश्नोई को 4,62,631 वोट पड़े थे. इस तरह युवा दुष्यंत चौटाला ने हिसार लोकसभा क्षेत्र से 31,847 वोट से जीत हासिल की थी. 2014 में INLD को हरियाणा में हिसार और सिरसा लोकसभा सीट से संतोष करना पड़ा था.
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हजका का कांग्रेस में विलय हो गया है और कुलदीप बिश्नोई यहां से अपने बेटे भव्य बिश्नोई को इस बार मैदान में उतारने का मन बना चुके हैं। भव्य बिश्नोई ने हिसार लोकसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करवानी शुरू कर दी है। इनेलो और लोसुपा-बसपा गठबंधन की तरफ से कौन उम्मीदवार होंगे, इसके बारे में अभी जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के आइएएस बेटे बृजेंद्र सिंह राजनीति के मैदान में उतरने की तैयारी कर चुके हैं। वह हिसार लोकसभा से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। पार्टी में इस पर लगभग सहमति बन गई है। गौरतलब है कि खुद उनकी मां विधायक प्रेमलता ने कहा था कि बृजेंद्र अब राजनीति में जरूर आएगा। वृजेंद्र हरियाणा कैडर के 1998 बैच के आइएएस हैं। उनके पिता बीरेंद्र सिंह 2022 तक राज्यसभा सदस्य हैं और वह चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं। बीरेंद्र सिंह पांच बार 1977, 1982, 1994, 1996 व 2005 में उचाना से विधायक बन चुके हैं और तीन बार प्रदेश सरकार में मंत्री रहे हैं। वह 1984 में हिसार लोकसभा क्षेत्र से ओमप्रकाश चौटाला को हराकर सांसद बने थे। सन 2010 में कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य बने थे, लेकिन 2014 में कांग्रेस से 42 साल पुराना नाता तोड़कर राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। जून 2016 में भाजपा ने उन्हें दोबारा राज्यसभा में भेज दिया था।