जींद चुनाव में इनेलो प्रत्याशी बेदू दिग्विजय चौटाला व रणदीप सुरजेवाला को सकता है पछाड़
जींद उपचुनाव में कई नतीजे एकदम चौंकाने वाले आ सकते हैं।
26 जनवरी 2019
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नया हरियाणा
राजनीति के जानकारों का कहना है कि जींद उपचुनाव में इनेलो के प्रत्याशी उमेद रेढू उर्फ बेदू जेजेपी व कांग्रेस प्रत्याशियों पर भारी पड़ सकते हैं। इसके दो बड़े कारण ये बताए जा रहे हैं कि रेढुओं के 14 गांव हैं और उनके साथ इनेलो के जाट वोटर अगर इनेलो के साथ चला गया तो जेजेपी को गांव में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी तरफ इनेलो-बसपा गठबंधन का अगर 50 फीसदी फायदा इनेलो को मिल गया तो इनेलो के उमेद रेढू जेजेपी के प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला और कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला को पछाड़कर दूसरे नंबर पर पहुंच जाएगा। बताया ये जा रहा है कि जींद में बीजेपी की जीत एक तरफा है। बाकी दलों में संघर्ष दूसरे नंबर पर आने के लिए है। जेजेपी और इनेलो दोनों के लिए यह संघर्ष अपने अस्तित्व का संघर्ष बन गया है।
नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने जींद की जनता को बाहरी उम्मीदवारों को बाहर का रास्ता दिखाने की बात कहते हुए कहा कि जींद की 14 लाख से ज्यादा की आबादी में कांग्रेस व जेजेपी को एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला, जिसे वह चुनाव लड़ने लायक समझते. कांग्रेस ने कैथल के विधायक को जींद में उतार दिया. कांग्रेस या तो कैथल के लोगों के साथ धोखा कर रही है या जींद के लोगों के साथ बड़ा धोखा होने वाला है. जेजेपी ने भी जींद में रैली तो की और पार्टी जींद में बनाई, लेकिन जींद में उन्हें किसी पर भरोसा नहीं था. इसी कारण बाहर से उम्मीदवारों को लाया गया. भाजपा ने भी इनेलो से ही इंपोर्ट किया हुआ प्रत्याशी मैदान में उतारा है. डॉ. हरीशचंद मिड्ढा दो बार जींद से इनेलो टिकट पर विधायक रह चुके हैं. अब उनके बेटे कृष्ण मिड्ढा भाजपा से चुनाव लड़कर अपने पिता की आत्मा को चोट पहुंचा रहे हैं.
जींद का मतदाता जागरूक हो चुका है. वह चुनावी जुमलों या विकास के झूठे वादे पर वोट नहीं करता. सब वह अपनी समझ और विवेक के साथ अपनी सरकार चुनता है. उन्हें पूरी उम्मीद है कि जींद की जनता अपने बेटे व भाई इनेलो प्रत्याशी उमेद रेढू को अपना आशीर्वाद देगी.