चुनावी सभाओं में उमड़ी भारी भीड़ को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस के उम्मीदवार रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि धरती पर जन्म लेने के बाद जींद के संस्कार और संस्कृति ने मुझे ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया, दौड़ना सिखाया और फिर पंख लगाए, चाहे हरियाणा में सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्ड़ा के साथ मिलकर दस साल सरकार चलाई हो, चाहे देश की राजनीति में भागीदारी की हो, मैं हरियाणा, देश या दुनिया के किसी भी कोने में चला जाऊं, लेकिन बेटा हमेशा जींद की धरती का ही कहलाऊँगा।
सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने जब उनको जींद से उम्मीदवार बनाया तो उन्हें जहाँ कर्त्तव्य का बोध हुआ, वहीँ धरती का क़र्ज़ और फ़र्ज़ उतारने का स्वार्थ भी पैदा हुआ। उनके साथी कहते थे जिस प्रकार कैथल में विकास हुआ है और जिस प्रकार से हमने रोहतक में विकास करवाया तो अपनी धरती जींद का विकास क्यों नहीं हो सकता।जींद की जनता पांच वर्ष का मौका दे, दीपेंद्र भाई भी मौजूद हैं, हम सब मिलकर जींद को रोहतक और कैथल से बेहतर बनाएंगे।
रणदीप ने कहा कि भाजपा के सांसद यहां से हैं, लेकिन जींद हलके की तस्वीर विकास के नाम पर आज भी धुंधली है। सीएम खट्टर ने कभी जींद की ओर आंख उठाकर नहीं देखा, एमपी कभी यहां आए नहीं। अगर एमएलए व एमपी यहां काम करते तो हमें आने की जरूरत नहीं थी। जींद विकास और मूलभूत सुविधाओं से पीछे हट गया था अब उसकी तस्वीर बदलने का समय आ गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि जींद इलाके की बदहाल तस्वीर आप लोगों के सामने है। यह सरकार जींद के युवाओं को 9 हजार रुपए की नौकरी के काबिल नहीं समझ रही तो हमारे इलाके के बच्चे आईएएस, आईपीएस, डीएसपी व अन्य पदों पर कैसे पहुंचेंगे। खट्टर सरकार ने नौकरियों के मामले में तो जींद के युवाओं से जमकर भेदभाव किया है। उन्होंने कहा कि स्टेडियम में कोच नहीं है और कॉलेज में प्राध्यापक नहीं है। खेल व पढ़ाई के मामले में जींद इलाके को पीछे करने की साजिश रची जा रही है। अब भाजपा की नीतियों से जनता रूबरू हो चुकी है और भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।