अंबाला से बड़बोले भाजपा सांसद रतनलाल कटारिया हैं लापता सांसद
2014 के चुनाव में भाजपा सहित अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया ने जनता को हसीन सपने दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
15 जनवरी 2019
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नया हरियाणा
2014 के चुनाव में भाजपा सहित अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया ने जनता को हसीन सपने दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। चाहे युवाओं को नौकरी देने का मामला हो या फिर अंबाला कैंट रेल नीर फैक्ट्री लगाने का मामला या यमुनानगर नारायणगढ़-चंडीगढ़ रेलवे लाइन निकालने की बात हो, कटारिया कहीं भी अपनी बातों में खरे नहीं उतरते दिखाई दे रहे हैं। अंबाला की जनता का आरोप है कि पिछली बार तो सांसद कटारिया जीतने के बाद अंबाला कैंट में रहने लगे थे और यहां विकास कार्य भी करवाए गए लेकिन इस बार उन्होंने जनता को केवल वादों की झड़ी लगाकर चुनाव तो जीतने में कामयाबी हासिल कर ली, लेकिन उसके बाद अंबाला से इस तरह गायब हुए कि लोगों ने उनकी शक्ल तक नहीं देखी।
लोगों का कहना है कि सांसद कटारिया बड़बोले सांसद के रूप में जाने जाते हैं, तो वहीं लंबी लंबी छोड़ने में भी उनका मुकाबला नही हैं। जनता से वायदे तो किये लेकिन काम करने के नाम पर कोई विकास कार्य नहीं किया। लोगों का यहां तक भी कहना है कि अगर अंबाला कैंट, अंबाला शहर या नारायणगढ़ हो वहां के विधायकों ने तो विकास कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है लेकिन सांसद रतन लाल कटारिया की हाजिरी कहीं दिखाई नहीं दे रही है। उनका यह भी कहना है कि यहां तक की जो नौकरियां देने की बात तो दूर लेकिन पेपर देने दूर दराज से आने वाले बच्चे दर-दर भटक रहे हैं और नौकरियों के नाम पर उन्हें केवल ठेंगा ही दिखाया जा रहा है। लोगों का यह भी कहना है कि सांसद कटारिया चुनाव जीतने के बाद केवल अखबारों में सुर्खियां बनने में ही दिखाई देते हैं।
लेकिन असल में उनको देखे काफी समय हो गया हैं। कुछ लोगों का तो यहां तक भी कहना है कि अब उन्हें "लापता सांसद" की संज्ञा दी जाए तो किसी से कम नहीं होगी। उनका कहना है कि सांसद का काम चुनाव जीतने के बाद विकास कार्यों की झड़ी लगाना और लोगों से संपर्क रखना भी होता है। लोगों के दुख दर्द में शामिल होने से लेकर उनकी आवाज संसद तक उठाना सांसद का कार्य होता है लेकिन रतन लाल कटारिया इन सब में फेल नजर आए हैं । लोगों का कहना है कि ऐसा ही रहा तो इस बार चुनाव में उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।