हरियाणा में 'परिवार पहचान पत्र' द्वारा सरकार की जन सुविधाएँ बढ़ाने की तैयारी
मनोहर लाल ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए यह कदम निर्णायक बनेगा.
2 जनवरी 2019
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नया हरियाणा
हरियाणा में प्रत्येक परिवार का 'परिवार पहचान पत्र' तैयार किया जाएगा. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि प्रदेश में प्रत्येक परिवार का परिवार पहचान पत्र न केवल लाभार्थियों को विभिन्न नागरिक केंद्र सेवाओं के स्वचालित सहूलियत सुनिश्चित करेगा बल्कि भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगाएगा और यह शून्य शेष (जीरो लेफ्ट आउट) भी सुनिश्चित करेगा.
सरकार जन्म, मृत्यु और विवाह के पंजीकरण की एक स्वचालित प्रणाली विकसित करने पर भी काम कर रही है. परिवार पहचान पत्र का मुख्य उद्देश्य शून्य शेष सुनिश्चित करना है. जिस दिन कोई व्यक्ति 60 वर्ष की आयु पूरी कर लेता है उसे यह संदेश जाना चाहिए कि वह वृद्धावस्था पेंशन पाने का पात्र हो गया है. इसी तरह जैसे ही कोई युवा 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेता है तो उसे मतदान का पात्र होने के बारे में भी सूचित किया जाएगा.
यह पहचान पत्र संयुक्त और एकल, दोनों परिवार के लिए तैयार किए जाएंगे. प्रत्येक परिवार के लिए 14 अंकों का आईडी नंबर तैयार किया गया है. परिवार के प्रवास, परिवार में मृत्यु या नए जन्म के बाद एसइसीसी 2011 पर आधारित डाटा को अपडेट करने के लिए सभी जिलों में परिवार डाटा के अपडेशन के बारे में बड़े पैमाने पर कवायद की जा रही है.
राज्य में लगभग 54 लाख परिवार हैं जिन्हें इस कवायद में शामिल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने डीसी को निर्देश दिए हैं कि वह एसडीएम कार्यलयों, तहसीलों, ब्लॉक कार्यालयों, स्कूलों, राशन डिपो, गैस एजेंसियों जैसे पब्लिक डीलिंग के सभी कार्यालयों में परिवार पहचान पत्र प्रोफॉर्मा की हार्ड कॉपी रखें. ताकि योजनाओं के लाभार्थी अपने परिवार का विवरण अपडेट कर सकें.