चीन डोकलाम में बार बार हमला वहाँ पर उगे हुए तुलसी के पौधों से पत्ते तोड़ने के लिए ही करता है ताकि उसकी सेना इन्हें खाकर ताकतवर बन सके;
25 दिसंबर 2017
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1962
पंकज
स्कन्दपुराण के अध्याय १८ के श्लोक ७८६ के अनुसार आज से ११ करोड़ वर्ष पूर्व पौष मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को ईसा मसीह के जन्म से सैंकड़ों साल पहले द्वापर युग में जब समुद्र मंथन किया जा रहा था तो समुद्र के खारे पानी से तुलसी के पौधे का जन्म हुआ और विष्णु जी के कहने पर देवताओं ने तुलसी को अपार धन दौलत छोड़कर अपने लिए चुन लिया; तुलसी के पत्तों में विद्यमान गुणों के कारण ही देवता दानवों को समुद्र मंथन में पराजित कर पाये।
जो पौधा तुलसी के बाद समुद्र से निकला वो दिखने में कुछ कुछ क्रिसमस ट्री जैसा था जिसे राक्षसों ने चुन लिया और वो उसके चारों और आग जलाकर माँस पकाकर खाने लगे और नाचने लगे; और इस अवसर का लाभ उठाकर देवताओं ने दानवों का समूल विनाश कर दिया;
कहा तो यह भी जाता है कि चन्दगुप्त मौर्य और अशोक ने तुलसी के पौधे का रसपान करके ही विश्व में अपना लोहा मनवाया; सिकन्दर के भारत से भागने और हिटलर के पतन के पीछे भी तुलसी के पत्ते ही हैं;
मुगल साम्राज्य भारत में अपनी जड़ें फैलाने में सफल रहा क्यूंकि भारतीय हिन्दुओं ने तुलसी के पौधे की पूजा अर्चना छोड़ दी;
उसके बाद जब अंग्रेज भारत आए तो उन्होंने तुलसी का इस्तेमाल चाय पत्तियों के साथ उबालकर पीने में किया और वो लोग इसी कारण भारत पर इतने वर्षों तक शासन कर सके; फिर देश में जगह जगह तुलसी के पौधे लगाए जाने लगे और उनकी गंध से घबराकर अंग्रेज भारत छोड़कर भाग गये;
भारत और पाकिस्तान युद्ध के समय भारतीय सैनिकों को तुलसी के पत्तों से बना अवलेह खाने को दिया गया तथा गोलों को भी तुलसी के रस में डुबोकर दागा गया, और परिणाम तो आप सबको पता ही है;
शायद आपको पता न हो पर चीन डोकलाम में बार बार हमला वहाँ पर उगे हुए तुलसी के पौधों से पत्ते तोड़ने के लिए ही करता है ताकि उसकी सेना इन्हें खाकर ताकतवर बन सके;
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग की नजर भी आजकल इसी वनस्पति पर है वो हाइड्रोजन बम से सारी दुनिया तबाह करके अकेले तुलसी के पत्तों से अमर होना चाहता है;
और एक आप जैसे भारतीय हैं जो तुलसी जैसे इतने पावन और पाॅवरफुल पौधे की उपासना करने की बजाए दानवों के पौधे के नीचे मोमबत्ती और लाइट लगा रहे हैं;
धिक्कार है ऐसे लोगों पर!
हर हर तुलसी !!
घर घर तुलसी !!
नोट : अगर आप इस पोस्ट को गंभीरता से लेते हो तो इसके जिम्मेदार आप खुद हो.