वोट के लिए पूर्व विधायक सुमिता सिंह पर व्यापारियों को धमकाने का अारोप पत्रकारवार्ता कर व्यापारियों ने जताई नाराजगी. कहा- चुनाव के दौरान जाती-पाती का जहर घोलना निंदनीय है, माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. सेवा भारती के ओमप्रकाश अत्रेजा ने कहा, पंजाबी किसी के गुलाम नहीं, अपनी मर्जी से देंगे वोट।
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करनाल की पूर्व विधायक सुमिता सिंह
पूर्व विधायक सुमिता सिंह पर नगर निगम चुनाव में वोट के लिए व्यापारियों का धमकाने के आरोप लगे हैं। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है और जगह-जगह निंदा हो रही है। बुधवार को होटल ज्ञान रेजिडेंसी में सेवा भारती के प्रांत प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश अत्रेजा, ओमप्रकाश विरमानी, डॉक्टर कमल चराया और डेंटल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टरविपुल भाटिया ने पत्रकारों से बात की और कई गंभीर अारोप लगाए। ओमप्रकाश अत्रेजा ने कहा कि पूर्व विधायक सुमिता सिंह आजाद प्रत्याशी मनोज वधवा के समर्थन में वोट के लिए व्यापारियों को धमका रही हैं, जिसे किसी भी सूरत में सहननहीं किया जाएगा। इस दौरान निंदा प्रस्ताव भी पास किया गया और अरोड़ा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि करनाल का पंजाबी समुदाय अपनी मर्जी से जात-पात से ऊपर उठकर मतदान करेगा।
कुछ लोग जात-पात का जहर घोलकर समाज में जहर घोल रहे हैं और चुनाव के समय में माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। वे धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। पंजाबी समुदाय किसी का गुलाम नहीं है और इन धमकियों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कुछ लोग यह समझते हैं कि पंजाबी समुदाय दबा कुचला वर्ग है, लेकिन ऐसा कतई नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को हटाने के लिए षड़यंत्र रचे हैं, लेकिन उन्हें पूरा विश्वास है कि उन्हें सफल नहीं होने देंगे। ऐसे लोगों को चुनाव में मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने अच्छे व्यक्ति को मतदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मनोज वधवा और उनकी पत्नी मेयर पद की आजाद प्रत्याशी आशा वधवा को भी बताना होगा कि वे कांग्रेस की विचारधारा, इनेलो की विचारधारा, बसपा की विचारधारा या अपनी आजाद विचारधारा पर चलेंगे। उनका कोई अपना विजन नहीं है, इसलिए उनका साथ देने वाले नेता पंजाबी व्यापारियों को धमकी देकर वोट लेना चाह रहे हैं। ओमप्रकाश अत्रेजा ने कहा कि कुछ दिन पहले पंजाबी समुदाय की एक बैठक हुई थी जिसमें निर्णय लिया गया था कि पूरा समाज मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के नेतृत्व काे स्वीकार करेगा आैर सत्ता हाथ से नहीं जाने देगा। उनके खिलाफ हो रहे षड़यंत्र को सफल नहीं होने देगा। इसके बाद पूर्व विधायक सुमिता सिंह और पूर्व विधायक जयप्रकाश भड़क गए और कई व्यापारियों को फोन कर और घर पर बुलाकर धमकाया गया। पंजाबी समाज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके राजनीतिक सलाहकार प्रो. वीरेंद्र सिंह द्वारा आशा वधवा को समर्थन देने से नाराज है।
फोटो में पत्रकरों से बात करते ओमप्रकाश अत्रेजा, ओमप्रकाशविरमानी, डॉक्टर कमल चराया और डेंटल एसोसिएशन केअध्यक्ष डॉक्टर विपुल भाटिया।