भिवानी,किरावड़ डाकघर में हुए लाखों के गबन के पीडि़त शुक्रवार को मुख्य डाकघर पहुंंचेे। पीडि़त लोगों ने जमा पैसे वापस दिलवाने की मांग को लेकर मुख्य डाकघर के अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। बाद में गुस्साए लोगों ने डाकघर के अधिकारियों, सीएम व पीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
क्या है मामला
पीड़ित वीरेन्द्र ने बताया कि किरावड़ शाखा डाकघर में करीबन 80-90 लोगों ने पैसे जमा करवाने के लिए खाते खुलवाए थे। वहां पर कार्यरत कर्मचारियों ने खाता धारकों के साथ धोखाधड़ी करते हुए उनके खाते में पैसे जमा करने की बजाय निजीहित में पैसों का उपयोग कर खाताधारकों को लाखों रुपए की चपत लगाई। उन्होंने बताया कि उक्त धोखाधड़ी में 2 डाक कर्मचारी व एक सी आई एस एफ का जवान शामिल है।
इस प्रकार से की धोखाधड़ी
पुलिस में दी शिकायत के अनुसार किरावड़ शाखा डाकघर शाखा डाकपाल अशोक कुमार, तत्कालीन तोशाम उप-डाकघर पोस्टमैन, व किरावड़ निवासी संदीप वर्तमान सी आई एस एफ जवान ने मिलीभगत कर साल 2012 में किरावड़ शाखा डाकघर के जमाकत्र्ताओं के साथ लेनदेन करते हुए की और जनता व सरकारी पैसे का गबन किया। मामले की विभागीय जांच शुरु हुई। शुरुआती जांच में माना गया कि उक्त तीनों ने मिलकर पैसे का गबन किया। जांच की शुरुआती दौर में गोबिंद राम ने साल 2017 में किरावड़ शाखा डाकघर में 100 रुपए से बचत खाता खोला जो सरकारी हिसाब में विधिवत लिया गया और इसके बाद जमाकत्र्ता ने अपनी पासबुक में अलग तारिखों में 64000, 21000,2500 रुपए जमा करवाए लेकिन तत्कालीन शाखा डाकपाल अशोक कुमार द्वारा उक्त पैसे को सरकारी हिसाब में नहीं लिया गया और अपने निजी हित के लिए प्रयोग कर लिया।
इसी तरह किरावड़ निवासी सुरजबाई ने जमालपुर डाकघर के माध्यम से 100 रुपए का आर डी खाता खोलकर पासबुक जमाकर्ता को सौंपने के लिए भिजवाई गई लेकिन अशोक कुमार ने पासबुक में छेड़छाड़ करते हुए 100 रुपए की रााशि की प्रविष्टि के साथ छेड़छाड़ करते हुए इसमें जमा रकम 52100 को बनाकर 52000 रुपए का सरकारी गबन करते हुए उक्त राशि का प्रयोग निजी हित के लिए किया। इसी प्रकार अशोक कुमार ने किरावड़ निवासी पूर्णचंद ने डाकघर जमालपुर में शाखा डाकघर किरावड़ के माध्यम से साल 2016 में 100 रुपए आर. डी. खाता खोला जिसे विधिवत सरकारी हिसाब में लिया गया और पासबुक जमाकर्ता को दिए जाने के लिए शाखा डाकघर किरावड़ भिजवाई गई लेकिन अशोक ने पासबुक के पृष्ठ 3, 4, 21 व 22 को पासबुक से फाड़ दिया। पासबुक के पृष्ठ न.3 पर 100 रुपए की राशि डाकघर जमालपुर द्वारा लिखी हुई थी। इसलिए अशोक कुमार ने 100 रुपए की राशि लिखे पृष्ठ 3 को पासबुक से अलग करने पृष्ठ 5 पर 100000 रुपए की राशि फर्जी तरिके से लिकर पृष्ठ 1 पर अंकित जमा राशि 100 के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी तरिके से 100000 बनाया और पासबुक जमाकर्ता को सौँप दी. जबकि 100000 की कोई राशि इस पासबुक में सरकारी रिकॉर्ड के हिसाब से जमा नहीं की गई। इस प्रकार अशोक कुमार ने पासबुक का कुछ हिस्सा नष्ट करते हुए वास्तविक प्रविष्टि से छेड़छाड़ करते हुए 99900 रुपए का सरकारी पैसे का गबन किया ।
पुलिस में दी शिकायत के अनुसार दूसरे आरोपित किरावड़ निवासी संदीप ने शाखा डाकघर किरावड़ की गबन की भूमिका में शाखा डाकपाल के बयान के आधार पर संदीप ने किरावड़़ शाखा डाकघर में अपनी अनाधिकृत पहुंच बनाई। जिसके चलते अशोक किरावड़ शाखा डाकघर का संचालन संदीप के घर एक अलग कमरे में किया जाता था। इस दौरान संदीप अशोक कुमार के साथ ही उक्त शाखा डाकघर में अनाधिकृत रुप से मौजूद रहता था और किरावड़ शाखा डाकघर में आने वाले जमाकर्ताओं द्वारा जमा करने हेतू दी जाने वाली राशि को वह स्वयं लेकर उन्हें फर्जी पासबुक बनाकर दे देता था। इसी प्रकार तोशाम उप डाकघर में तैनात डाक सेवक सतबीर सिंह तत्कालीन किरावड़ शाखा डाक सेवक किरावड़ शाखा डाकघर में कार्यरत सतबीर सिंह द्वारा अधोहस्ताक्षरी के समक्ष दिए गए अपने बयान में 8 मई 2018 को स्वीकार किया कि उसके द्वारा जमालपुर उप- डाकघर से अनाधिकृत रुप से पासबुक लाई जाती थी और उन पासबुकों पर पर जमालपुर उप- डाकघर की तारीख मोहर लगाकर अपने हाथ से फर्जी तरिके से पासबुकों में फर्जी जमा की प्रविष्टि करके पासबुक जमाकर्ताओं को दे दी जाती थीे। जमाकर्ताओं द्वारा दी हुई रकम सरकारी हिसाब में न लेकर सतबीर सिंह ने सरकारी पैसे का गबन किया।