सोनीपत के गांव अटेरना में पंडित लख्मीचंद यूनिवर्सिटी खोली जाएगी : रामबिलास शर्मा
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में चल रहे रत्नावली महोत्सव का समापन समारोह सोमवार शाम को हुआ।
30 अक्टूबर 2018
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नया हरियाणा
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में चल रहे रत्नावली महोत्सव का समापन समारोह सोमवार शाम को हुआ। मुख्यातिथि शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि सोनीपत के गांव अटेरना में जल्द पंडित लख्मीचंद यूनिवर्सिटी खोली जाएगी। जिसमें प्रदेशभर के कलाकारों को रोजगार दिया जाएगा।
हरियाणा का भूगोल भले छोटा हो, लेकिन यहां की सांस्कृतिक विरासत बहुत महत्वपूर्ण है। केयू कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि अब रत्नावली महोत्सव में 31 विधाओं को शामिल किया गया है। युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. तेजेंद्र शर्मा ने ने बताया कि रत्नावली के कलाकारों को 112 पुरस्कार, ट्रॉफी व नकद पुरस्कार दिए गए।
सूर्य-कवि पंडित लखमी चंद आपको बता दें कि पंडित लखमी चंद हरियाणवी भाषा के एक प्रसिद्ध कवि व लोक कलाकार थे। हरियाणवी रागनी व सांग में उनके उल्लेखनीय योगदान के कारण उन्हें सूर्य-कवि भी कहा जाता है। साहित्य के क्षेत्र में उन्हें 'हरियाणा का शेक्सपियर' भी कहकर बुलाया जाता है। जिस जिले में यह कला एवं संस्कृति विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है, इसी जिले यानी सोनीपत के जट्टी कलां गाँव में इनका जन्म भी हुआ था।
सन् 1903 में जन्में हरियाणवी कवि की महज 45 वर्ष की उम्र में यानी सन् 1948 में मृत्यु हो गई। इनके नाम पर राज्य सरकार साहित्य के क्षेत्र में कई पुरस्कार भी प्रत्येक वर्ष देती है। रचनाओं में नल-दमयंती, मीराबाई, सत्यवान सावित्री, सेठ तारा चंद, पूरन भगत व शशि लकड़हारा कुछ प्रमुख गीत व रचनाएं हैं।