मंत्री के साथ कर्मचारियों की वार्ता रही विफल
हरियाणा के परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार भी रोडवेज कर्मचारियों को मनाने में नाकाम रहे हैं। बुधवार को चंडीगढ़ में पंवार और रोडवेज कर्मचारियों की तालमेल कमेटी के नेताओं के बीच हुई वार्ता टूट गई। जहां एक तरफ मंत्री नरम दिखे तो वहीं कर्मचारी नेता अपनी मांगों पर अड़े रहे। ऐसे में दोनों के बीच बातचीत सफल होने की कोई संभावना बनी ही नहीं। जिसके कारण जनता की तकलीफें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
हड़ताल रहेगी जारी
नौ दिन से चल रही चक्का जाम हड़ताल अब दसवें दिन यानी बृहस्पतिवार को भी जारी रहेगी। बृहस्पतिवार को ही तालमेल कमेटी की बैठक होगी, जिसमें हड़ताल को बढ़ाने पर फैसला होगा। वहीं, दूसरे विभागों व बोर्ड-निगमों के कर्मचारियों ने भी 26 अक्तूबर को सामूहिक अवकाश पर जाने की तैयारी कर ली है। ऐसे में आने वाले दिनों में सरकार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। माना जा रहा है कि अब इस मुद्दे पर कर्मचारियों की सीएम मनोहर लाल खट्टर से भी वार्ता हो सकती है।
दूसरे राज्यों से मंगवाई जा रही हैं बसें
16 अक्तूबर से चल रहे चक्का जाम की वजह से यात्री बुरी तरह परेशान हैं। सीएम मनोहर लाल खट्टर की ओर से पड़ोसी राज्यों– पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश व राजस्थान से मदद मांगी जा चुकी है। दावा था कि यूपी सरकार 300 बसें हरियाणा भेजने को राजी हो गई है, पर अभी तक बसें पहुंची नहीं हैं।
2 घंटे चली वार्ता : नतीजा रहा सिफर
बुधवार शाम 4 बजे हरियाणा निवास में शुरू हुई वार्ता 6 बजे तक चली। कर्मचारी नेता किलोमीटर योजना के तहत 720 प्राइवेट बसें हायर करने के फैसले को रद्द करने की मांग पर अड़े रहे। मंत्री की ओर से कहा गया कि 510 बसों के लिए कंपनियों से एग्रीमेंट हो चुका है। सरकार 190 बसें हायर करने का फैसला वापस लेने पर सहमत है, लेकिन कर्मचारी नेता इस पर भी राजी नहीं हुए।
1820 बसें चलीं, 309 ड्राइवर काम पर लौटे
हड़ताल के 9वें दिन सरकार 1820 सरकारी बसें सड़क पर उतारने में सफल रही। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह के अनुसार 1820 सरकारी बसों के अलावा प्राइवेट कंपनियों व स्कूल-कॉलेजों की 100 बसें भी बुधवार को चलीं। वहीं, परिवहन समितियों की 1059 बसें चलीं। इस बीच, प्रोबेशन पर चल रहे 309 ड्राइवर बुधवार को ड्यूटी पर लौट आये। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार जब तक यह योजना रद्द करने के आदेश जारी नहीं करती, आंदोलन जारी रहेगा। वार्ता में सरकार की ओर से परिवहन मंत्री पंवार के अलावा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह, पूर्व डीजी पंकज अग्रवाल, नये डीजी आरसी बिढान, एडीजी वीरेंद्र दहिया और सम्वर्तक सिंह मौजूद रहे। कर्मचारियों की ओर से हरिनारायण शर्मा, वीरेंद्र धनखड़, इंद्र बधाना, दलबीर सिंह किरमारा, अनूप सहरावत, बाबूलाल यादव, जयभगवान कादियान, बलवान सिंह दोदवा, सरबत सिंह पूनिया, पहल सिंह तंवर, नसीब जाखड़, रामकुमार वर्मा, सुल्तान सिंह और आजाद गिल बैठक में मौजूद रहे।