34 करोड़ की लागत से नारनौंद में बनेगा 100 बेड का अस्पताल
वित्त कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार चहुंमुखी विकास कर रही है.
28 अगस्त 2018
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नया हरियाणा
हरियाणा सरकार ने नारनौंद में सरकारी अस्पताल के अपग्रेडेशन के लिए 34 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की है. इस अस्पताल के निर्माण से क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. यह जानकारी देते हुए स्थानीय विधायक और प्रदेश के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नारनौंद क्षेत्र के लोगों की मांग को पूरा करते हुए उन्हें यह तोहफा दिया है. फ़िलहाल यहाँ 30 बेड का अस्पताल था जिसे बढाकर 100 बेड किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लंबे अर्से से अस्पताल को लेकर हलके के लोग मांग कर रहे थे परंतु पिछली सरकारों के नकारात्मक रवैये के कारन यह मांग पूरी नहीं हो पाई थी. भाजपा सरकार ने यह चिरलंबित मांग पूरी की है.
कैप्टन अभिमन्यु ने बताया कि हरियाणा की भाजपा सरकार प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य के स्तर को ऊँचा उठाने और बेहतर करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है. इसके तहत प्रदेश के हर भाग में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. नारनौंद की जनता काफी समय से मांग कर रही थी कि यहाँ बड़ा सरकारी अस्पताल बनाया जाए ताकि उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हिसार या जींद ना जाना पड़े. उनकी मांग को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि नारनौंद के अस्पताल को 30 बेड से बढ़ाकर 100 बेड का किया जाएगा. इसके साथ ही इस अस्पताल में लगभग सभी चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जायेंगी ताकि जनता को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो. अस्पताल के लिए एक नया भवन भी बनाया जाएगा. कैप्टन अभिमन्यु ने अस्पताल की अपग्रेडेशन के लिए 34 करोड़ रूपये मंज़ूर करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का आभार जताया है.
बॉक्स- खेड़ी चौपटा कॉलेज हुआ कॉ-एजुकेशनल
क्षेत्र के लोगों की मांग पर हरियाणा सरकार ने नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के गाँव खेड़ी चौपटा के सरकारी कॉलेज को कन्या महाविद्यालय से कॉ-एजुकेशनल कर दिया है. हरियाणा के वित्त मंत्री और स्थानीय विधायक कैप्टन अभिमन्यु ने बताया कि भाजपा सरकार ने नारनौंद विधानसभा क्षेत्र में 4 सरकारी कॉलेज खोले हैं, जिनमें से 3 कन्या महाविद्यालय थे. क्षेत्र के लोगों कि मांग थी कि खेड़ी चौपटा के कॉलेज को कन्या महाविद्यालय से कॉ-एजुकेशनल किया जाए ताकि क्षेत्र के लड़कों को भी इसका लाभ मिल सके. लोगों की मांग पर विचार करते हुए हरियाणा सरकार ने इस कॉलेज का स्टेट्स बदलकर इसे कॉ-एजुकेशनल कर दिया है.